ग्राम पंचायत बोरी मे व्याप्क भ्रष्टाचार सरपंच द्वारा जेसीबी मशीन से कराया जा रहा तालाब निर्माण का कार्य
दीपक शर्मा
पन्ना ५ मई ;अभी तक; जिले मे अराजक्ता चरमसीमा पर है, गरीब लोग मजदूरी के लिए परेशान है, तथा महानगरो मे परिवार सहित काम के लिए पलायन कर रहें है। क्योकि केन्द्र सरकार द्वारा संचालित मनरेगा योजना में करोडो रूपये मजदूरी के लिए जारी किये जा रहें है लेकिन ग्राम पंचायतो मे पदस्थ सरपंच, सचिव, उपयंत्री, रोजगार सहायक द्वारा निर्माण कार्य मजदूरो के स्थान पर मशीनो से कराये जा रहें है। इस संबंध में लगातार समाचार पत्रो के द्वारा जिला प्रशासन को अवगत कराया जा रहा है। उसके बावजूद कोई कार्यवाही नही हो रही है। जिम्मेवारो द्वारा फर्जी मजदूर दर्शाकर राशि आहरित की जा रही है तथा मटेरियल के बिल भी फर्जी वेन्डरो के नाम से लगाकर लगातार भ्रष्टाचार किया जा रहा है।
इसी प्रकार का मामला शाहनगर जनपद पंचायत अन्तर्गत ग्राम पंचायत बोरी का प्रकाश मे आया है। जहां पर सरपंच मनीष खरे द्वारा दिन दहाडे तालाब पर निर्माण मनरेगा योजना के तहत कराया जा रहा हैं लेकिन उक्त कार्य मजदूरो के स्थान पर जेसीबी मशीन से किया जा रहा है। स्थानीय मजदूरो का कहना है कि सरंपच द्वारा इसी प्रकार लगातार निर्माण मशीनो के माध्यम से कराये जा रहें है। जबकी हम मजदूरो को कोई कार्य नही मिल रहा है। मजबूरी मे घर छोडकर महानगरो के लिए पलायन करना पड रहा है। मजदूर अनवर साह ने बताया कि तालाब का निर्माण कार्य लाखो रूपये के राशि से प्रारंभ किया गया है। जिसकी खोदाई जेसीबी मशीन से कराई जा रही है, जबकी मनरेगा योजना का उद्देश्य गांव के लोगो को गांव मे ही मजदूरी उपलब्ध कराना है। लेकिन ग्राम पंचायत के सरपंच सचिवो को भ्रष्टाचार का सबसे बडा जरिया मनेरगा योजना बनी हुई है तथा ग्राम पंचायत के मजदूरो को किसी भी प्रकार से मजदूरी का कार्य नही दिया जा रहा है। स्थानीय लोगो ने जिला कलेक्टर मुख्य कार्यपालन अधिकारी जिला पंचायत से आग्रह किया है कि संबंधित सरपंच के खिलाफ कडी कार्यवाही की जाये तथा हम गरीबो को मजदूरी का कार्य उपलब्ध कराया जाये। आंगे देखना है संबंधित मामले मे जिले के वरिष्ट अधिकारी क्या कार्यवाही करते है।