घटयात्रा व ध्वजारोहण के साथ हुआ पंचकल्याणक महोत्सव का शुभारंभ

महावीर अग्रवाल 

मन्दसौर १३ जून ;अभी तक  पूज्य मुनि श्री आदित्यसागरजी, अप्रमित सागरजी, सहजसागरजी महाराज के सानिध्य में दिगंबर जैन समाज के अभिनंदन नगर में नवनिर्मित जिनालय का पंचकल्याणक प्रतिष्ठा महोत्सव कल 13 जून से प्रारंभ हुआ जो 17 जून तक विविध धार्मिक क्रियाओं के साथ संपन्न होगा।
                                             मीडिया प्रभारी डॉ चंदा भरत कोठारी ने बताया कि 13 जून को प्रातः 6 बजे से देव गुरु आज्ञा, घट यात्रा, ध्वजारोहण, श्री जी अभिषेक, सकलीकरण, इंद्र प्रतिष्ठा, याग मंडल विधान, मुनि श्री के प्रवचन आदि आयोजन हुए। सायंकाल 7 बजे से श्री जी की महाआरती,शास्त्र सभा, सौधर्म इंद्र की सभा, कुबेर इंद्र द्वारा नगरी की रचना, रत्न वृष्टि, माता के 16 स्वप्न, अष्ट कुमारियों द्वारा सेवा आदि दृश्य प्रस्तुत किए गए।
विशाल पंडाल में आयोजित कार्यक्रम के दौरान मुनिश्री ने धर्मालुजनों को संबोधित करते हुए कहा कि अपने सांसारिक भवों को घटाने के लिए घट यात्रा होती है। ध्वजारोहण में पूर्व दिशा में लहराने वाली ध्वजा धनधान्य, संपत्ति और शांति बढ़ाने वाली है।
आपने कहा कि जैसे प्रत्येक प्रतिमा को भगवान बनने के लिए सांगोपांग होना आवश्यक है, वैसे ही आत्मा को शुद्ध करने की प्रक्रिया में भाव शुद्धि आवश्यक है। तन की शुद्धि के लिए स्नान करें, मन की शुद्धि के लिए ध्यान करें, धन की शुद्धि के लिए दान करें और आत्मा को पवित्र व शुद्ध करने के लिए व्रत व प्रार्थना करें। उन्होंने कहा संयम और चरित्र ही तन का श्रृंगार है।
मुनि श्री ने कहा दुनिया की सबसे बड़ी शिक्षा की यूनिवर्सिटी अपने पिता की दुकान है जहां सब कुछ सीखने को मिलता है। आपने कहा आत्मिक विकास के लिए एकाग्रता व ध्यान की आवश्यकता है।
धर्म सभा में चित्र अनावरण व दीप प्रज्वलन श्री सोहनलाल गंगवाल व नरेश गोधा भीलवाड़ा ने किए। चरण प्रक्षालन श्री गुलाबचंद विवेक कुमार निलेश शाह भीलवाड़ा द्वारा किए गए, तीनों मुनिराजों को श्री विजेंद्र कुमार मनीष सेठी परिवार ने शास्त्र भेंट किए। जिनेंद्र देव के शांतिधारा करने का सौभाग्य श्री प्रकाशचंद संजय मयंक गंगवाल को प्राप्त हुआ। श्रीफल भेंट कर आशीर्वाद लेने वालों में धार व आहु से आए श्रावकगण शामिल थे। ध्वजारोहण, पुण्यार्जक श्री पवन कुमार अशोक कैलाश अभय अजमेरा परिवार ने किया।
मंडप उद्घाटन के लाभार्थी श्री सुरेश कुमार विनीत जैन परिवार रहे। सौभाग्यवती महिला के रूप में श्रीमती प्रिया आकाश जैन उदयपुर को लाभ मिला। सभी लाभार्थियों का स्वागत पंचकल्याणक महोत्सव समिति अध्यक्ष शांतिलाल बड़जात्या, मंदिर ट्रस्ट अध्यक्ष सुरेश जैन, ललित दोशी, महावीर कोटडिया आदि ने किया। घट यात्रा में हाथी, घोड़े, बग्गी व बैंड बाजों के साथ महिलाएं मस्तक पर जल कलश लेकर चल रही थी। समाजजनों में इस पांच दिवसीय आयोजन को लेकर अपार उत्साह है। समारोह का संचालन प्रतिष्ठाचार्य ब्रह्मचारी पीयूष प्रसून ने किया, आभार सचिव अजीत बंडी ने माना।
डॉ. कोठारी ने बताया आज भगवान के जन्म कल्याणक की विभिन्न क्रियाओं को विधि विधान के साथ संपन्न किया जाएगा। मुनि श्री आदित्यसागरजी महाराज के प्रवचन महोत्सव के दौरान प्रातः 8.15 बजे व शाम 4 बजे प्रतिदिन  दो समय होंगे।