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घटिया ईंट तथा राखड डस्ट से बनाई जा रही लाखो की बाउन्ड्ररी बाल जिम्मेवार मौन

दीपक शर्मा

पन्ना ६ जनवरी ;अभी तक; जिले मे लगातार निर्माण कार्यो मे भ्रष्टाचार चरमसीमा पर चल रहा है। शासन द्वारा निर्माण कार्यो के लिए निर्धारित मानक एवं माप दण्डो को दरकिनार करके ठेकेदार एवं निर्माण एजेन्सी के अधिकारी लंबे कमीशन खाने के चक्कर मे लगातार घटिया निर्माण कार्य करा रहें है। जिससे जिले के निर्माण कार्य पूर्ण होने के कुछ दिन बाद ही धाराशाई हो जाते है।

ऐसा भी नही है कि निर्माण होते समय संबंधित निर्माण कार्य के घटिया एवं अमानक होने की जानकारी जिम्मेवार अधिकारीयो को नही होती। लेकिन उसके बावजूद कोई कार्यवाही नही की जाती है। इस संबंध मे स्थानीय जागरूक लोगो द्वारा वरिष्ट अधिकारीयो से ही मामले के सबंध मे अवगत कराया जाता है। लेकिन वरिष्ट अधिकारीयो द्वारा भी केवल जांच के नाम पर मामले को रफा दफा कर दिया जाता है। जिससे निर्माण कार्यो से जुडे ठेकेदार तथा अधिकारीयो की कार्य प्रणाली पर कोई असर नही पडता है।

इसी प्रकार का मामला पन्ना जिला मुख्यालय स्थित उत्कृष्ट विद्यालय नंबर 1 इंद्रपुरी कॉलोनी में निर्माणधीन छात्रावास की बाउंड्री वॉल में घटिया सामग्री का लगातार उपयोग किया जा रहा है बाउंड्री वॉल का कार्य बिजली की गति से ठेकेदार द्वारा कार्य करते हुए गुणवत्ता को ताक में रखकर कार्य किया जा रहा है। उक्त बाउन्ड्री बाल का निमार्ण घटिया डस्ट एवं राखड से किया जा रहा है तथा जो सीमेंट से बनाई ईटे लगाई जा रही है। उक्त ईटो मे भी डस्ट तथा घटिया सीमेंट लगाकर बिना सूखे ईटो का उपयोग किया जा रहा है। जो बनते ही गिरने की कगार पर है। उक्त कार्य संभागीय परियोजना पीआईयू लोक निर्माण के द्वारा नागोद के ठेकेदार जागेश्वर शुक्ला के द्वारा कराया जा रहा है।

शासन के नियम अनुसार सीमेंट की बनी हुई ईट को कम से कम 14 दिन मजबूत होने में लगता है इसके बाद ही ईटों का उपयोग कर सकते हैं एवं विभागीय निर्देशों के अनुसार मौके पर बनी ईंटों की गुणवत्ता की जांच लैब से कराकर कर उपयोग में लाया जा सकता है पर ठेकेदार द्वारा ऐसे किसी भी मापदंड को नही अपनाया जा रहा है। मनमाने ढंग से तत्काल बनाई हुई ईटो का उपयोग लगातार किया जा रहा है। इस संबंध मे विभाग के अधिकारीयो को भी अवगत करा दिया गया है लेकिन विभाग के अधिकारीयो ने उक्त काम के सुधार कराने मे कोई रूचि नही ली है। यह तो एक मात्र उदाहरण है पन्ना जिले मे अधिकांश कार्य इसी प्रकार से घटिया सामग्री से किये जा रहे है। जिसमे ठेकेदार को लाभ पंहुचाने के उद्देश्य से अधिकारी कर्मचारीयो द्वारा अपना लंबा कमीशन तय करके कार्य कराये जाते है।

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