नगर पालिका परिषद बालाघाट में करोड़ों रुपयों का डीजल घोटाला प्रकाश में आया

आनंद ताम्रकार

बालाघाट ५ अप्रैल ;अभी तक; जिला मुख्यालय स्थित नगर पालिका परिषद बालाघाट में करोड़ों रुपयों का डीजल घोटाला प्रकाश में आया है। आश्चर्य की बात यह है की इस घोटाले को मुख्य नगर पालिका अधिकारी श्री निशांत श्रीवास्तव ने उजागर किया है जो इस घोटाले की तह में जाने के लिये फाईलें खंगाल रहे है ताकी इस बात का पता चल सके की इस घोटाले की शुरूआत कब से हुई है और इस घोटाले में कौन कौन संलिप्त है तथा किसके सरक्षण में यह घोटाला चलाया जा रहा  था।

                             यह उल्लेखनीय है की मुख्य नगर पालिका अधिकारी श्री निशांत श्रीवास्तव के समक्ष डीजल के भुगतान किये जाने हेतु लगभग 40 लाख रूपये के बिल उनके समक्ष भुगतान हेतु प्रस्तुत किये गये। बिलों के आधार उन्हें जानकारी लगी प्रतिमाह परिषद के विभिन्न वाहनों में लगभग 18 से 20 लाख रूपये के डीजल की खपत की जा रही है जिस पर उन्हें संदेह हुआ जिसके आधार पर उन्होने संबंधित वाहनों के लाक बुकों की छानबीन की जिसके आधार उन्हें इस बात का पुख्ता सबूत मिला की डीजल की आड़ में परिषद को प्रतिमाह लाखों रूपये की चपत लगाई जा रही है।

उनके सख्ति बरतने पर डीजल की खपत जहां 18 से 20 लाख रूपये  होती थी वह 8 से 9 लाख रूपये तक आ गई। इससे सुनियोजित तरीके से डीजल की आड़ में चलाये जाई जा रही हेराफेरी के सूत्र सीएमओ के हाथ लगे।

आश्यर्च इस बात पर भी है की सीएमओ द्वारा प्रकाश में लाये गये डीजल घोटाले पर कडी कार्यवाही  करने एवं इस घोटाले के सूत्रधारों को बेनकाब करने की बजाय सीएमओ द्वारा प्रकाश में लाये गये मामले की जांच कलेक्टर द्वारा करवाने के लिये उन्हें नगर पालिका अध्यक्ष द्वारा ज्ञापन सौंपा गया।

विधायक श्रीमति अनुभा मंूजारे मुख्य नगर पालिका अधिकारी श्री निशांत श्रीवास्तव द्वारा उजागर किये गये घोटाले पर कहा की यह घोटाला पिछले कई वर्षो से चलाया जा रहा है जिसके कारण परिषद को प्रतिमाह लाखों रूपये की क्षति सुनियोजित तरीके से पहुचाई जा रही है।

उन्होने यह भी कहा की इस मामले के सूत्रधारों को सत्तापक्ष द्वारा बचाने और मामले पर पर्दा डालने की दृष्टि से कलेक्टर महोदय से जांच करवाने की पहल की गई। जबकी इस मामले की पुलिस के आर्थिक अनुसंशाधन शाखा के माध्यम से जांच कराई जाये तो बहुत बड़ा घोटाला उजागर होगा।
यह अमानत में खयानत का ज्वलंत साक्ष्य मामला है जिसकी गंभीरता से जांच होना चाहिये।