पचास लाख की लागत से बना उप स्वास्थ केन्द्र कर्मचारीयो के आवास मे तब्दील, तत्कालीन खनिज मंत्री ने किया था लोकापर्ण
दीपक शर्मा
पन्ना ३० दिसंबर ;अभी तक; भारत सरकार से प्राप्त बजट के बाद एनएचएम के द्वारा अजयगढ़ विकासखंड के बहादुरगंज में 49 लाख 14 हजार की लागत से उप स्वास्थ्य केंद्र के भवन का निर्माण कराया गया था। नवनिर्मित भवन का उद्घाटन तत्कालीन प्रदेश शासन के खनिज मंत्री पन्ना विधायक बृजेंद्र प्रताप सिंह के द्वारा 16 अप्रैल 2023 को किया गया था लेकिन 9 माह व्यतीत हो जाने के बाद अभी तक उस नवनिर्मित उप स्वास्थ्य केंद्र में उपचार की व्यवस्था शुरू नहीं हो पाई है। इस इलाके के लोगों को अपना उपचार कराने के लिए अजयगढ़ सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र जाना पड़ता है।
जानकारी के अनुसार यह उप स्वास्थ्य केंद्र लगभग 6 हजार की आबादी के लोगों के लिए अलब से बहादुरगंज मे बनाया गया था और सरकार द्वारा लगभग 50 लख रुपए खर्च किये गये थे। इसके बावजूद क्षेत्र के लोगो ने स्वास्थ्य की सुविधाए नही मिल पा रही है। जब मौके पर जाकर देखा तो इस नवनिर्मित भवन में हेमंत रावत सीएचओ बरकोला एवं धर्मेंद्र सिंह राजपूत सीएचओ पिस्टा 4 माह से अपना निवास बना कर रह रहे हैं जब उनसे पूछा गया तो उन्होंने बतलाया कि यहां पर अभी किसी की पोस्टिंग नहीं हुई है और हम लोगों को बीएमओ के आदेश पर यहां पर रहने के लिए रखा गया है। यह स्थिति केवल बहादुरगंज की नहीं है ऐसी जिले की कई जगह स्वास्थ्य की स्थिति है जहां पर करोड़ों रुपए खर्च करके बिल्डिंग को बना दी गई है लेकिन वह शो पीस बनाकर खड़ी हुई है।
ग्रामीण क्षेत्र में स्वास्थ्य की सुविधा ना मिले के कारण या तो उसे इलाके के लोगों को तहसील स्तर पर या फिर जिला स्तर पर उपचार के लिए जाना पड़ रहा है। इसका सबसे बडा कारण यह निकलकर आ रहा है कि जब लोगों को शासकीय अस्पतालों में डॉक्टर नहीं मिलते है तो उन्हें झोलाछाप डॉक्टरों से मजबूरन में लुटना पड़ रहा है ऐसे डॉक्टरों के कारण भी कई लोगों को गलत उपचार के कारण मोते भी हो जाती है कई बार ऐसे मामले उजागर करने के बाद भी झोलाछाप डॉक्टरों के ऊपर कोई कार्यवाही न होने से उनके हौसले बड़े हुए। हीटर जलाकर धड़ल्ले से हो रहा है बिजली का दुरुपयोग बहादुरगंज उप स्वास्थ्य केंद्र की नवनिर्मित बिल्डिंग में जाकर देखा तो एक कोने में बिजली का हीटर जलाकर वहां रह रहे सीएचओ द्वारा धड़ल्ले से बिजली का दुरुपयोग किया जा रहा था और वह करें भी क्यों नहीं क्योंकि उसमें खर्च हो रही बिजली का बिल कौन उनके जेब से जाना है शासकीय भवनों और आवासों में रहने वाले लोगों को इस बात की हिदायत भी दी जानी चाहिए कि वह बिजली का दुरुपयोग ना करें।
इनका कहना हैः-
मैं अजयगढ़ बीएमओ से बात करता हूं इसका जब अप्रैल में उद्घाटन हुआ था तो मैं भी मौजूद था केंद्रीय सरकार के बजट से इसका निर्माण कराया गया है वहां पर किसकी ड्यूटी है यह पता लगा कर ही बता पाऊंगा।
डॉ बी एस उपाध्याय मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी पन्ना