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प्राणनाथ मंदिर मे जमकर खेली गई होली, हजारो सुन्दर साथ हुए शामिल

दीपक शर्मा

पन्ना २४ मार्च ;अभी तक; मंदिरों के शहर पन्ना मै रंगों के पर्व होली को बड़े ही अनूठे अंदाज में मनाई जाती है। बृज और वृन्दावन की तरह पन्ना में भी कृष्ण भक्ति परंपरा के विशेष त्यौहार होली को धूमधाम से मनाने की परम्परा है। जिसका निर्वहन आज भी उसी तरह किया जाता है। प्रणामी सम्प्रदाय के सबसे बड़े तीर्थ पन्ना धाम में किलकिला नदी के निकट एक ओर राधिका रानी का मंदिर है इस परिक्षेत्र को बरसाना कहते हैं।

वहीं दूसरी ओर कुछ दूरी पर कृष्ण और कृष्णलीला को केन्द्र में रखकर एक बृह्म चबूतरे की स्थापना है जहां श्री प्राणनाथ श्री कृष्ण की समस्त शक्तियों के साथ पूर्णबृह्म परमात्मा के रूप में विराजमान हैं। इस क्षेत्र को बृजभूमि और परना परम धाम कहते हैं। यहां बृज, बृन्दावन और बरसाने की तरह पारम्परिक होली मनाई जाती है। मंदिर में पूरी रात फ़ाग उत्सवः मनाया जात है। पन्ना स्थित महारानी जी (राधिका जी) मंदिर में होलिका दहन के एक दिन पूर्व जागरण की रात प्रतिवर्ष की तरह मनाई गई। इस दिन श्री महारानी जी (राधिका जी) के मंदिर में हीरे एवं रत्न जड़ित आभूषणों से विशेष श्रृंगार किया गया। रात्रि में भोग लगने के पश्चात लगभग 10 बजे महारानी के मंदिर के प्रांगण में श्रद्धालु एकत्रित होने लगते हैं तथा प्राणनाथ मंदिर मे लगातार तीन दिन तक होली का पर्व बडें ही धूम धाम से मनाया जाता है। जिसमे बाहर से हजारो सुन्दर साथ शामिल होतें है।

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