लोकायुक्त पुलिस ने विद्युत कंपनी के सहायक अभियंता को दस हजार रुपए की रिश्वत लेते रंगे हाथ पकड़ा

दीपक शर्मा

पन्ना २९ मार्च ;अभी तक; लोकायुक्त पुलिस संगठन सागर की टीम ने मध्य प्रदेश पूर्व क्षेत्र विद्युत वितरण कंपनी लिमिटेड संभाग पन्ना के सहायक अभियंता रत्नेश कुमार वर्मा को दस हजार रुपये की रिश्वत लेते हुए रंगे हाथ गिरफ्तार किया है। वाहन के बिल पास करने के एवज में सहायक अभियंता ने इमरान अली निवासी बेनीसागर मोहल्ला पन्ना से रिश्वत मांगी थी। लोकायुक्त पुलिस ने ट्रैप कार्यवाही को गुरुवार देर शाम पन्ना के धरमसागर तालाब के समीप स्थित सहायक अभियंता के कार्यालय में अंजाम दिया है। रिश्वत लेते हुए के रत्नेश वर्मा के रंगे हाथ पकड़े जाने की खबर आते ही उनके कार्यालय के बाहर मीडियाकर्मी जमा हो गए।

ट्रैपकर्ता अधिकारी एवं उप पुलिस अधीक्षक बीएम द्विवेदी ने जानकारी देते हुए बताया कि इमरान अली पुत्र स्व. शब्बीर अली 32 वर्ष निवासी मोहल्ला बेनीसागर पन्ना के वाहन बिल पास करने के एवज में मध्य प्रदेश पूर्व क्षेत्र विद्युत वितरण कंपनी लिमिटेड (म.प्र.पू.क्षे.वि.वि.कं.लि) संभाग पन्ना सहायक अभियंता रत्नेश कुमार वर्मा के द्वारा रिश्वत की मांग की जा रही थी। जिससे परेशान होकर इमरान अली ने लोकायुक्त पुलिस अधीक्षक सागर के कार्यालय में लिखित शिकायती आवेदन पत्र दिया था। शिकायत की तस्दीक करने के बाद सहायक अभियंता को रिश्वत लेते हुए रंगे हाथ पकड़ने का प्लान बनाया गया।

गुरुवार 28 मार्च की देर शाम इमरान अली ने विद्युत कंपनी उप संभाग पन्ना कार्यालय पहुंचकर सहायक अभियंता रत्नेश कुमार वर्मा से बात की और रिश्वत के रूप में दस हजार रुपए दे दिए। कार्यालय के आसपास पहले से मुस्तैद लोकायुक्त पुलिस की टीम ने अगले ही पल वहां दबिश देकर घूसखोर सहायक अभियंता को रिश्वत की राशि के साथ रंगे हाथ दबोंच लिया। लोकायुक्त पुलिस ने इस मामले में सहायक अभियंता रत्नेश वर्मा के विरुद्ध भ्रष्टाचार निवारण अधिनियम के तहत प्रकरण पंजीबद्ध किया है।

उल्लेखनीय है कि मध्य प्रदेश पूर्व क्षेत्र विद्युत वितरण कंपनी लिमिटेड संभाग पन्ना अंतर्गत कई वर्षों से पदस्थ सहायक अभियंता रत्नेश वर्मा की कार्यशैली और रवैये से अधीस्थ कर्मचारी, विद्युत कंपनी के ठेकेदार तथा विद्युत उपभोक्ता खासे परेशान रहते थे। उपभोक्ताओं की समस्या का संतोषजनक सामधान करने के बजाए रत्नेश वर्मा उन्हें भटकाने के साथ प्रकरण को अनावश्यक उलझाने के लिए जाने जाते थे। सहायक अभियंता रत्नेश वर्मा को लेकर आमचर्चा है कि बिना रिश्वत के वह कोई काम नहीं करते थे। ज्ञात हो कि पन्ना जिले मे लगातार रिश्वत लेने के आरोप मे अधिकारी कर्मचारी गिरफ्तार किये जा रहे है। उसके बावजूद भ्रष्टाचार पर अंकुश नही लग रहा है। बिना रिश्वत के कोई भी अधिकारी कर्मचारी काम नही करता है। पन्ना जिले से लगभग प्रत्येक माह कोई न कोई अधिकारी कर्मचारी रिश्वत लेते हुए पकडा जाता है। ऐसा नही है कि छोटे कर्मचारी रिश्वत लेते है वह बडे अधिकारीयो के लिए रिश्वत लेते है क्योकि बडे अधिकारी बिना लेन देन के कोई कार्य नही करते है।