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स्कूल में सेल्फी लेने से रोकने पर आदिवासी छात्र ने जाम गेट से कूदकर आत्महत्या की

आशुतोष पुरोहित
खरगोन 8 नवम्बर :अभी तक ;   मध्यप्रदेश के खरगोन जिले के मण्डलेश्वर थाने के गुलावद गांव में स्कूल में सेल्फी लेने से रोकने पर एक आदिवासी छात्र ने कल पापुलर टूरिस्ट प्लेस जाम गेट से कूद कर आत्महत्या कर ली। वह चौकीदार और परिजनों के रोकने पर भी नहीं रुका, और उनके सामने कूद गया।
खरगोन जिले के गुलावद स्थित सरकारी स्कूल में मोबाइल ले जाने और सेल्फी लेने पर आपत्ति जताई गयी थी। इस पर  गुरुवार को बारहवीं कक्षा के एक आदिवासी छात्र ने पर्यटक स्थल जाम गेट से कूदकर आत्महत्या कर ली।
खरगोन के एसपी धर्मराज मीना ने बताया कि 17 वर्षीय बारहवीं कक्षा का छात्र राज ओसारी जाम गेट से कूद गया और खाई में मिला। कूदने के दौरान उसके रिश्तेदार और जाम गेट के चौकीदार ने उसे समझाया, लेकिन उसने उनकी बात नहीं मानी। उसे मंडलेश्वर के सरकारी अस्पताल ले जाया गया, जहां डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया। वह मंडलेश्वर क्षेत्र के काकड़ खोदरी गांव का निवासी था।
एसपी ने बताया कि वह मंडलेश्वर क्षेत्र के गुलावद स्थित सरकारी छात्रावास में रहता था। और वहीं के सरकारी उच्चतर माध्यमिक विद्यालय में बारहवीं कक्षा में पढ़ता था।
उसके चाचा जितेंद्र ओसारी ने पुलिस को स्टेटमेंट में बताया कि छात्रावास अधीक्षक प्रकाश गिरवाल ने स्कूल में मोबाइल फोन के इस्तेमाल की शिकायत को लेकर उन्हें बुलाया था।  स्कूल प्रिंसिपल केसी सांड ने बुधवार को स्कूल में सेल्फी लेने पर राज पर आपत्ति जताई थी।लेकिन उसने प्रिंसिपल को आत्महत्या करने या स्कूल से भाग जाने की धमकी दी।
चिंतित प्रिंसिपल ने छात्रावास अधीक्षक से परिवार के सदस्यों को बुलाने और मामले को सुलझाने के लिए कहा। जब उसके रिश्तेदार कृष्णा और उसका बेटा गणेश उससे मिलने स्कूल आए, तो राज भाग गया। वे सभी उन्हें खोजने गए, लेकिन वह नहीं मिला। बाद में राज स्कूल आया और छात्रावास अधीक्षक ने तत्काल उसके रिश्तेदारों को इसकी सूचना दी। वे फिर से रात 9:30 बजे छात्रावास पहुंचे, लेकिन राज छात्रावास की चारदीवारी फांदकर भाग गया।
वह देर रात स्कूल आया और गुरुवार सुबह नाश्ता करने के बाद  छात्रावास से भाग गया। प्रिंसिपल ने कर्मचारियों से उसे पकड़ने के लिए कहा। वे उसके पीछे भागे लेकिन उसे बचा नहीं पाए।
एसपी ने बताया कि मौके से उसका मोबाइल भी बरामद कर लिया गया है। एसपी ने अब तक की जांच के आधार पर उन्होंने संभावना जताई है कि मोबाइल से जुड़ी घटना के कारण परिजनों द्वारा डांटने के डर से उसने यह कदम उठाया है। उन्होंने बताया कि पुलिस मामले की गहराई से जांच कर रही है क्योंकि हो सकता है की घटना के पीछे और कोई कारण सामने आए।

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