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मैं भी बाघ की थीम पर अनुभूति कार्यक्रम, प्राकृतिक छटा से रूबरू हुए छात्र
मोहम्मद सईद
शहडोल 17 जनवरी अभीतक। जिले के उत्तर वन मंडल के विभिन्न परिक्षेत्रों के अंतर्गत अनुभूति कार्यक्रमों का आयोजन किया जा रहा है। अनुभूति कार्यक्रम के तहत स्कूली छात्र-छात्राओं को प्राकृतिक छटा से रूबरू कराने के साथ ही वन्य जीवों के संबंध में भी जानकारी दी जा रही है।
इसी कड़ी में 16 जनवरी को तुर्रा पानी बीट बेडरा के कक्ष पी-163 में
वन परिक्षेत्र पूर्व ब्यौहारी द्वारा अनुभूति कार्यक्रम का आयोजन किया गया। कार्यक्रम में शासकीय हाई स्कूल साखी के छात्र-छात्राएं एवं शिक्षक शामिल हुए।
कार्यक्रम के अतिथि विधायक ब्यौहारी शरद कोल, समाजसेवी श्यामपाल तिवारी, जनपद पंचायत सदस्य साखी नरेन्द्र शास्त्री, समाजसेवी कृष्णगोपाल शुक्ला व मुन्नू सिंह रहे। कार्यक्रम में उप वनमण्डलाधिकारी
ब्यौहारी, वन परिक्षेत्राधिकारी गोदावल, वन परिक्षेत्राधिकारी पूर्व ब्यौहारी एवं वन परिक्षेत्र पूर्व ब्यौहारी का पूरा स्टॉफ उपस्थित रहा। अनुभूति कार्यक्रम के प्रारंभ में प्रतिभागियों को टोपी, मास्क, बैग, पेन, पैड और अनुभूति बुक वितरित की गई और नाश्ता दिया गया।
कार्यक्रम में विद्यार्थियों को पर्यावरण के महत्व को समझाते हुए उन्हे जागरूक किया गया। उसके पश्चात् नेचर ट्रेल भ्रमण के दौरान मास्टर ट्रेनरों ने स्थानीय पेड़ो की प्रजातियाँ, पक्षियों की प्रजातियों और वन्य प्राणी के बारे में जानकारी प्रदान की। तुर्रा पानी के प्राकृतिक जल स्त्रोत विद्यार्थियों को दिखाए गए एवं जल स्त्रोत का वैज्ञानिक आधार भी बताया गया। भ्रमण उपरांत सभी ने दोपहर का भोजन किया और उसके बाद एक बार फिर कार्यक्रम आरंभ हुआ। जिसमें लोकगीत एवं लोकनृत्य के माध्यम से पर्यावरण संरक्षण का संदेश दिया। इस अवसर पर विधायक ब्यौहारी शरद कोल एवं अन्य अतिथियों द्वारा क्विज प्रतियोगिता में प्रथम तीन स्थान हासिल करने वाले प्रतिभागियों को पुरूस्कृत किया गया। कार्यक्रम को संबोधित करते हुए विधायक श्री कोल ने पर्यावरण संरक्षण एवं महत्व के बारे में बच्चो को बताया।
अनुभूति कार्यक्रम 2024 की थीम मैं भी बाघ गीत सभी प्रतिभागियों के साथ कार्यक्रम के दौरान गाया गया। कार्यक्रम के अंत में पर्यावरण संरक्षण की शपथ ली गई एवं उप वनमण्डलाधिकारी ब्यौहारी के द्वारा समस्त प्रतिभागियों व अतिथियों का
आभार व्यक्त किया गया।