एक ही बरसात में बह गया ग्रामीण यांत्रकीय विभाग का पचास लाख का पुल
दीपक शर्मा
पन्ना १३ जुलाई ;अभी तक; पन्ना जिले मे भ्रष्टाचार चरमसीमा मे चल रहा है। निर्माण कार्यो के लिए आने वाली शासकीय राशि का व्याप्क स्तर पर दुपर्याग हो रहा है तथा फर्जीवाड़ा एवं अधिकारीयों, ठेकेदारो के बीच बन्दर बाट चरमसीमा पर चल रही है। इसी का परिणाम है कि कोई भी निर्माण कार्य बनने के कुछ दिन बाद ही उसके परखच्चे उड जाते है। ग्रामीण विकास विभाग मे सबसे अधिक फर्जीवाड़ा चल रहा है।
इसी प्रकार का मामला गुनौर जनपद पंचायत अन्तर्गत ग्राम पंचायत बिलहा, सिंमरी के बीच विभाग द्वारा बनाये गये पुल निर्माण में देखने को मिला है। उक्त पुल का निर्माण अभी हाल ही में दो माह पूर्व ग्रामीण यांत्रकीय विभाग द्वारा ठेकेदार के माध्यम से कराया गया था। जो पूर्व से ही गुणवत्ताविहीन निर्माण कार्य किया गया था तथा पुल पूर्व से ही बहुत नीचा एवं उंचाई कम की गई थी तथा पुल के दोनो ओर सिर्फ कच्ची मिट्टी डालककर प्लैन्थ किया गया था। जिसके कारण एक ही वर्षा में दोनो तरफ से कटाव हो गया तथा रास्ता में आना जाना बंद हो गया। दर्जनो ग्राम के लोगो का निकलना मुश्किल हो गया है। कार्य का निर्माण सहायक यंत्री धीरज चौधरी की देखरेख में ठेकेदार के माध्यम से किया गया था। स्थानीय लोगो ने पुल बनते समय ही आपत्ति जताई थी। लेकिन उसके बावजूद गुणवत्ता में कोई सुधार नही किया गया। जिसकी पोल पहली वर्षात में ही हो गई।
इसी प्रकार जिजगांव ग्राम पंचायत अन्तर्गत मडियाराव ग्राम के पास इसी विभाग द्वारा बनाये गये पुल की स्थिती देखी गई है। बताया जाता है कि उक्त पुल भी इसी ठेकेदार द्वारा बनाया गया है। ग्रामीण यांत्रकीय विभाग पन्ना में व्याप्क स्तर पर भ्रष्टाचार चल रहा है। विभाग मे पदस्थ कार्यपालन यंत्री वर्तमान समय मे पन्ना जिले मे कार्यपालन यंत्री के साथ साथ दमोह जिले मे कार्यपालय यंत्री एवं हटा मे मुख्य कार्यपालन अधिकारी का प्रभार देख रहे है। ऐसी स्थिती मे गुणवत्तापूर्ण निर्माण कार्य कैसे संभव होगेंं। जब निर्माण कार्यो की मानीटिरिंग करने वाला ही कोई नही होगा। अधिकारीये को सिर्फ अपने कमीशन से लेना देना है, उन्हे गुणवत्ता पूर्ण कार्य से कोई सारोकार नही है। स्थानीय लोगो ने संबंधित मामले मे दोषीयो के खिलाफ कार्यवाही करने की मांग की है।