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ब्रह्माकुमारी संस्थान को शून्य से शिखर पर पहुँचाने का काम समिता बहन ने किया-विधायक सिसोदिया

महावीर अग्रवाल
मंदसौर ७ जून ;अभी तक;   ब्रह्माकुमारी ब्रह्मलीन समिता बहन की द्वितीय पुण्यतिथि के अवसर पर मंदसौर के कुशाभाऊ ठाकरे ऑडिटोरियम में पुष्पांजलि एवं आध्यात्मिक संगीत निशा का भव्य आयोजन इंदौर झोन की निदेशिका हेमलता दीदी के सानिध्य में हुआ। समारोह में बतौर मुख्य अतिथि वरिष्ठ विधायक यशपाल सिंह सिसोदिया एवं कलेक्टर दिलीप कुमार यादव सम्मिलित हुए । समारोह में ब्रह्माकुमारी के राष्ट्रीय गायक युगरतन भाई ने सुमधुर गीतों की प्रस्तुति देकर उपस्थित श्रोताओं का मन मोह लिया।
                           मंदसौर में 27 वर्षों तक अनवरत सेवा देकर जो मुकाम ब्रह्मलीन समिता बहन ने हासिल किया है वह विरले लोगों को मिलता है, समिता बहन का कर्म ही उनकी पहचान बना और आज वह पूरे जिले के लोगों के दिलों में बसी है। पूरे परिश्रम के साथ उन्होंने काम किया और न सिर्फ नए-नए सेंटर खोलें बल्कि उन सेंटरों के भवन का भी निर्माण कराया । अपने श्रेष्ठ कार्यों के कारण ही यहां के लोगों का उनसे आत्मीय लगाव था जो आज भी देखते ही बनता है।
                                  वरिष्ठ विधायक यशपाल सिंह सिसोदिया ने कहा कि किसी एक संस्था को अपने समर्पण भाव से चलाते हुए शून्य से शिखर पर पहुंचाना कोई आसान बात नहीं है लेकिन ब्रह्मलीन समिता बहन ने इसे कर दिखाया। वे मंदसौर में अकेली आई थी जिनका व्यक्तिगत कोई हित नहीं था लेकिन प्रजापिता ब्रह्माकुमारी ईश्वरीय विश्वविद्यालय को उचाईयों पर पहुचाने के लक्ष्य को लेकर आई थी। मंदसौर के जनप्रतिनिधियों, प्रशासन, धार्मिक और सामाजिक संस्थाओं के बीच उनका आत्मीय लगाव था। दीदी एक संस्था से जुड़ी थी लेकिन अनेक संस्थाओं में उनकी भागीदारी होती थी। राज्य शासन की योजनाएं हो या फिर प्रशासन का कोई अभियान हो,  नशा मुक्ति अभियान, चाहे पर्यावरण अथवा शिवना शुद्धिकरण सभी मे उनकी भागीदारी होती थी। जिला जेल में तो बंदियो का जीवन बदलने के लिये अनेक बार वे गई होगी। गांव- गांव में उन्होंने अध्यात्म की लहर जगाई । हर व्यक्ति से दीदी का आत्मिक लगाव था, उनका प्रेम ऐसा था कि आज भी लगता ही नही दीदी हमारे बीच से चली गई। वे निष्काम कर्मयोगी थी।
   कलेक्टर दिलीप कुमार यादव ने कहा कि  प्रजापिता ईश्वरीय विश्वविद्यालय के माध्यम से अनुशासन सीखने को मिलता है। माउंट आबू भी मुझे जाने का अवसर मिला है वहां मैंने देखा है कि किस तरह पूरे अनुशासन के साथ काम होता है। अन्य जिलों में भी मेने संस्थान का काम देखा है, बहुत कम ऐसी निस्वार्थ सेवा देखने को मिलती है।
प्रारंभ में आत्म कल्याण भवन की संचालिका उषा दीदी ने स्वागत उद्बोधन देते हुए आयोजन की रूपरेखा को प्रस्तुत किया तथा संस्थान की आगामी गतिविधियों के बारे में जानकारी दी। अतिथियों का स्वागत ब्रम्हाकुमारी बहनों ने बैच लगाकर तथा पौधा भेटकर किया अतिथियों ने दीप प्रज्वलित कर समारोह का शुभारंभ किया। समारोह में राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय स्तर पर ख्याति प्राप्त प्रख्यात गायक युगरतन भाई ने एक से बढ़कर एक गीतों की प्रस्तुति दी। मंदसौर की मां हो गीत गाकर उन्होंने ब्रह्मलीन समिता बहन को श्रद्धांजलि दी और कई सुमधुर गीतों के माध्यम से उन्होंने समारोह में समा बांध दिया । समारोह का संचालन ब्रह्माकुमारी शारदा बहन ने किया तथा आभार वरिष्ठ पत्रकार ब्रजेश जोशी  ने माना।

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