दस्तक समूह ने मनाया स्तनपान सप्ताह
दीपक शर्मा
पन्ना ७ अगस्त ;अभीतक ; दुनियाभर में अगस्त महीने के पहले हफ्ते को ’विश्व स्तनपान सप्ताह’ के रूप में मनाया जाता है। इसका उद्देश्य नवजात के लिए स्तनपान के महत्व को लेकर माताओं को जागरूक करना है। नवजात स्वास्थ्य कल्याण के लिए स्तनपान को प्रोत्साहित करना है। बच्चे के शुरुआती विकास में इसकी बहुत महत्वपूर्ण भूमिका रहती है। प्रति बर्ष वैश्विक स्तर पर अलग अलग थीम के साथ विश्व स्तनपान सप्ताह मनाया जाता है इस बर्ष 2024 में “स्तनपान सिर्फ माँ की नहीं पिता की भी जिम्मेदारी” थीम के साथ कार्यक्रमों का आयोजन किया गया।
इस थीम को लेकर विकास संवाद समिति ने पन्ना जनपद के 25 गाँव में 1 अगस्त से 7 अगस्त तक लोगो को जागरूक करने के लिए अनेक कार्यक्रम आयोजित किये गये। इस दौरान रैली, निकालकर भी लोगो को जागरूक किया गया। विकास संवाद समिति के जिला समन्वयक रविकांत पाठक बताते है की स्वस्थ जीवन के लिए स्वस्थ बचपन को मुख्य आधार माना जाता है। जीवन के पहले एक हजार दिन गर्भधारण से बच्चे के दूसरे जन्मदिन के बीच का समय बच्चों के विकास का सबसे महत्वपूर्ण समय होता है। इस दौरान बच्चों के मस्तिष्क, शरीर का विकास हो रहा होता है। जीवन के पहले दो वर्षों में मस्तिष्क भी सबसे तेजी से विकसित होता है। इस दौरान समुदाय के महिला एवं पुरुषों से संवाद स्थपित कर जन्म के एक घंटे के अन्दर माँ का दूध पिलाने के फायदों के बारे में बताया की स्तनपान कराने से शिशु की रोग प्रतिरोधक क्षमता का विकास होता है। इससे निमोनिया और डायरिया जैसे गंभीर रोगों से शिशु का बचाव होता है। साथ ही बच्चे को छः माह तक केवल माँ का दूध पिलाने पर चर्चा की गई। परिवार के पुरुषों ने लिया संकल्प ज्यादातर इस बिषय पर महिलाओं से चर्चा करने का प्रचालन रहा है लेकिन इन कार्यक्रमों में पुरुषों की भागीदारी सुनिश्चित की गई दस्तक महिला एवं युवा समूह के साथियों द्वारा गाँव गाँव में जाकर परिवार के पुरुषों से संकल्प लिया की यदि घर में कोई गर्भवती महिला है तथा आगे भी परिवार में कोई गर्भवती महिला होती है तो हम संकल्प लेते है की बच्चे का जन्म संस्थागत होगा, बच्चे को एक घंटे के अन्दर माँ का दूध मिले तथा छः माह तक सिर्फ माँ का दूध पिलाया जायेगा। इन कार्यक्रमों में प्रत्येक गाँव में आंगनबाडी कार्यकर्ता, आशा कार्यकर्ता, दस्तक महिला, युवा समूहों के साथ संस्था से छत्रसाल पटेल, रामविशाल गौंड, बबली अहिरवार, वैशाली सिंह एवं समीर खान की महत्वपूर्ण भूमिका रही।