फसलें बर्बाद , इस वर्ष अन्नदाता को दोहरी राहत, राहत राशि वितरण शुरू:बीमा क्लेम तय करने की प्रक्रिया जारी

मयंक शर्मा

खंडवा २७ अक्टूबर ;अभी तक;  सहकारिता विभाग के अधिकारी एसके हरसोला ने बताया कि राहत राशि और फसल बीमा क्लेम दोनों अलग-अलग है। बीमित फसलों का किसानों को कंपनी क्लेम दिया जाता है।खरीफ सीजन में 10 एकड़ में फसल की बोनी की है। सभी फसलों का बीमा कराया है। इस बार अतिवृष्टि से फसल खराब फसलों की राहत राशि और फसल बीमा का क्लेम मिलने की उम्मीद है। राहत राशि का वितरण शुरू हो गया है।

खंडवा में खरीफ सीजन 2021-22 में 2.11 लाख हेक्टेयर की फसलें अतिवृष्टि से बर्बाद हो गई हैं। शासन के सर्वे में अतिवृष्टि से 161.34 करोड की फसलें बर्बाद हुई है। अतिवृष्टि में डेढ़ लाख से अधिक किसान प्रभावित हुए हैं। इसमें करीब 75 हजार से ज्यादा किसानों ने फसल बीमा कराया है। बीमा कराने वाले किसानों को राहत राशि के साथ क्लेम का भी लाभ मिलेगा। इससे किसानों की दोहरी मदद होगी।

बीमा कंपनी के क्षेत्रीय कर्मचारी ने किसानों को आश्वासन दिया कि क्लेम निर्धारण की प्रक्रिया प्रचलन में है। जल्द ही निर्धारित होगी।अतिवृष्टि के दौरान बीमा कंपनी के ट्रोल-फ्री नंबर पर किसानों ने फसलें खराब होने की सूचना दी है। किसानों ने बीमा कंपनी को बताया है कि अतिवृष्टि के दौरान पानी भरने के साथ फसलें खराब हो गई है।

अतिवृष्टि में शासन स्तर पर राहत राशि का भुगतान 25 अक्टूबर  से शुरू कर दिया गया है। जिन किसानों ने फसल बीमा कराया है। ऐसे किसानों ने बीमित फसलों के आधार पर प्रीमियम राशि जमा की है। बीमा का क्लेम फसलों के पिछले पांच साल के औसत उत्पादन के आधार पर निर्धारित होता है।

खरीफ सीजन 2022.23 में सबसे अधिक फसलें खंडवा, पंधाना और पुनासा में बर्बाद हुई हैं। खंडवा तहसील क्षेत्र में 49.50 करोड़, पुनासा में 12 .39 और पंधाना में 40 .25 करोड़ रुपए जारी किया है। इसी तरह खालवा में 39.12 और हरसूद में 20.8 करोड़ रुपए की राहत राशि तय की है।

खरीफ सीजन में सभी खाद्यान्न एवं तिलहन फसलें पर बीमित राशि का दो प्रतिशत या बीमांकन दर, जो भी कम हो। रबी सीजन की फसलों पर बीमित राशि का 1.5 प्रतिशत। खरीफ एवं रबी सीजन में व्यावसायिक एवं बागवानी फसलों के लिए बीमित राशि का पांच प्रतिशत अथवा बीमांकन दर, जो भी कम हो।
——————————————————
फसल सीजन व वर्ष किसानों की संख्या क्लेम राशि करोड़ में
——————————————————
खरीफ 2018 रबी 2018-19 51,989 92.87
खरीफ 2019 रबी 2019-20 35,009 35.56
खरीफ 2020 रबी 2020-21 1,43,456 172. 09
खरीफ 2021 रबी 2021-22 49,037 35.80
खरीफ 2022 ———— 75,280 प्रक्रिया प्रचलन में