नेशनल लोक अदालत से मिली खुशियां, मनमुटाव दूर कर अपने घर गए दंपत्ति

मोहम्मद सईद
शहडोल, १०  सितंबर अभी तक। शहडोल में शनिवार को आयोजित नेशनल लोक अदालत कई दंपत्तियों के लिए खुशियों से भरी रही। नेशनल लोक अदालत में कई परिवारों में समझौता हुआ और ये परिवार हमेशा के लिए टूटने से बच गए। ऐसे ही कुछ प्रकरण में आनंद वर्मा एवं सावित्री कोरी का प्रकरण भी शामिल है। दोनों का विवाह वर्ष 2020 में हुआ था लेकिन दोनों के बीच वर्ष 2021 में विवाद शुरू हुआ जो न्यायालय तक पहुंच गया।
                                 प्रधान जिला न्यायाधीश श्री महेन्द्र कुमार जैन के मार्गदर्शन में कुटुम्ब न्यायालय की न्यायाधीश सुश्री प्रतिभा साठवणे एवं सुलहकर्ता सदस्य नारायण प्रसाद शुक्ला व श्रीमती श्वेता जायसवाल और पक्षकारों के अधिवक्ता संतकुमार यादव एवं अखिलेश गुप्ता द्वारा पक्षकारों को समझाईश दी गई। जिसके बाद पक्षकारों ने मनमुटाव को दूर कर आपसी समझौते से प्रकरण को समाप्त कर लिया और खुशी-खुशी घर चले गए।
                                     इसी प्रकार गौरव श्रीवास्तव एवं अंकिता श्रीवास्तव के मध्य मनमुटाव होने से कुटुंब न्यायालय में प्रकरण विचाराधीन था। विद्वान न्यायाधीशों एवं अधिवक्ता बृजेन्द्र वर्मन तथा संतोष जाटव द्वारा समझाईश देने पर पक्षकारों ने आपस में समझौता किया और वे भी खुशी-खुशी अपने घर चले गए। नेशनल लोक अदालत में मोटर दुर्घटना में आहत हुए कई व्यक्तियों को मुआवजा भी प्राप्त हुआ जिससे वे आर्थिक रूप से सक्षम हुए। नेशनल लोक अदालत में राजीनामा करने वाले पक्षकारों को जिला विधिक सेवा प्राधिकरण द्वारा वन विभाग के सौजन्य से निःशुल्क औषधीय एवं फलदार वृक्ष प्रदाय कर पौधारोपण करने के लिए प्रेरित भी किया गया।