प्रदेश
केंद्रीय श्रम संगठन हड़ताल एवं ग्रामीण बंद के समर्थन में मंदसौर एम आर यूनियन का सांकेतिक धरना प्रदर्शन
महावीर अग्रवाल
मंदसौर १६ फरवरी ;अभी तक; केंद्रीय श्रम संगठनों एवं संयुक्त किसान मोर्चे के आव्हान पर 16 फरवरी को ओद्योगिक हड़ताल और ग्राम बन्द के आव्हान पर मंदसौर दवा प्रतिनिधि यूनियन सदस्यो द्वारा नारेबाजी कर सांकेतिक धरना प्रदर्शन दवा बाजार में किया गया।
मंदसौर एम आर यूनियन अध्यक्ष दिनेश चंदवानी ने बताया की फेडरेशन ऑफ मेडिकल एंड सेल्स रिप्रेजेन्टेटिव्स एसोसिएशन ऑफ इंडिया के द्वारा विभिन्न मांगो को लेकर केन्द्रिय श्रम संगठनों की हड़ताल और संयुक्त किसान मोर्चे के आह्वान पर ग्रामीण बन्द को समर्थन देते हुए भारत के सभी दवा प्रतिनिधियों को दो घन्टे काम बन्द रख सांकेतिक धरना प्रदर्शन करने का आह्वान किया था, जिसमे मंदसौर दवा प्रतिनिधियो द्वारा भी जोर-शोर से नारेबाजी कर सांकेतिक धरना दवा बाजार मे दिया।हमारी प्रमुख मांगो मे दवाओं पर जीरो प्रतिशत जीएसटी, 26000/- न्यूनतम वेतन, 10000/- मासिक पेंशन, अस्पतालों में काम करने का अधिकार, एसपीई ऐक्ट 1976 का पालन करना इत्यादि शामिल है। मंदसौर यूनियन सचिव मयंक चुनेकर ने कहा की न्यूनतम वेतन अधिनियम के तहत प्रत्येक पांच वर्षों में न्यूनतम वेतन का पुनरीक्षण किया जाता है। लेकिन मध्य प्रदेश सरकार द्वारा 2014 के बाद से ही न्यूनतम वेतन का पुनरीक्षण नहीं किया गया। इस अवसर पर सह सचिव उपेन्द्र राय, महेश धनोतिया, मयंक राणा, अनिल शर्मा, संदीप जैन, हेमंत चंदेल, लोकेश कुमावत, अनिल प्रजापत, पलाश सोनी, कौशल आर्य, भरत पाटिदार, प्रफ्फूल पाटिदार, कैलाश चौहान, अमित कुमार, अजय कुमावत, अरुण जाट, तालिब मंसुरी, पियूष कुमार, मनीष महिया, मनीष साल्वी इत्यादि उपस्तिथ थे।