प्रजापिता ब्रम्हकुमारी द्वारा अंर्तराष्ट्रीय नशा निवारण दिवस पर देवेन्द्रनगर में लगाई प्रदर्शनी
दीपक शर्मा
पन्ना/ २७ जून ;अभी तक; ’’अंर्तराष्ट्रीय नशा निवारण दिवस’’ पर देवेन्द्रनगर बस स्टेण्ड में प्रजापिता ब्रह्माकुमारी ईष्वरीय विष्व विद्यालय, पन्ना द्वारा नशा निवारण मुक्त प्रदर्शनी लगाई गयी।
नशा मुक्ति को लेकर बीके सीता बहनजी ने सभी को चित्रों के माध्यम से समझाते हुए कहा कि, हम इतने अनमोल जीवन को नशे में बर्बाद न करें। सभी को नशे से नुकसान एवं छोड़ने की विधि बतायी। कुछ समय रोज ध्यान (मेडीटेशन) का अभ्यास करें, जिससे हमारी आंतरिक शक्तियों का विकास होता है और हर प्रकार के नशे से, बुराईयों से हम मुक्त हो जाते हैं। उन्होने कहा कि, मादक दवाओं या पदार्थों की लत देष में एक गंभीर चिंता के रूप में उभर रही है, विषेष रूप से युवा पीढ़ी में, जो न केवल नषीले पदार्थों का उपयोग करने वाले व्यक्ति के लिए, बल्कि बड़े पैमाने पर परिवार और समाज के लिए भी खतरनाक परिणाम दे रही है। नषीले पदार्थों के दुरूपयोग के परिणाम स्वरूप अपराध दर में वृद्धि हुई है और समाज पर समग्र रूप से हानिकारक प्रभाव पड़ा है। नषा मुक्त होने के लिए मेडीटेशन (ध्यान) के प्रभाव से हमारे विचारों में परिवर्तन आता है और हमारे विचार सकारात्मक हो जाते हैं एवं सशक्त बन जाते हैं। राजयोग ध्यान हमारे विचारों को सकारात्मक दिषा में प्रवाहित करने की एक व्यवस्थित तकनीक है। विश्राम का गहरा अनुभव एवं मनोबल खुषी का अनुभव होता है। पांच इंद्रियों पर आत्म-निपुणता और नषा मुक्त समाज बनाने में मदद करते हैं। बहनजी ने कहा कि, अगर हम रोज 100 रूपए नशे में नष्ट करते हैं तो एक महीने में 3000 रूपए व्यय हो जाते हैं जो हमारे तनमन एवं परिवार सहित सभी समस्याओं का कारण बन जाता है। नशा केवल व्यक्ति को ही नहीं, परिवार, समाज एवं पूरे विश्व को क्षति पहुंचाता है। इसलिए आज के दिवस पर सभी व्यसन छोड़ने की प्रतिज्ञा लें, सभी ने संकल्प पत्र भरकर व्यसन छोड़ने की प्रतिज्ञा की। कार्यक्रम में डॉ राजेश गमने एवं संस्था से जुड़े भाई बहन उपस्थित रहे।