जबरन वसूली मामले में पुलिस ने एक कथित पत्रकार पर सोमवार को प्राथमिकी  दर्ज की

मयंक शर्मा
खंडवा १२ जून ;अभी तक;  जबरन वसूली मामले में पिपलैाद (जिला खंडवा) पुलिस ने एक कथित पत्रकार पर सोमवार को प्राथमिकी  दर्ज की है। ग्रामीणों की शिकायत पर शासन तर्फे थाना पिपलोद पुलिस ने एक्शन लिया है। सिंगोट निवासी अजीत लाड़ के खिलाफ जबरन वसूली के संबंध में केस दर्ज किया। आरोपी ने खुद को पत्रकार बताकर ग्राम गुड़ी के दो दर्जन लोगों को धमकी दी कि 60-60 हजार रूपए नहीं दिए तो सबके मकान तुड़वा दूंगा। बता दें कि आरोपी को जिला पंचायत अध्यक्ष के पति और एक सांसद प्रतिनिधि का संरक्षण प्राप्त है।

इसी आरोपी अजीत लाड़ पर थाना कोतवाली ख्ंाडवा पुलिस ने भी दो साल पूर्व अपहरण व ब्लैकमेलिंग का केस दर्ज किया था। इस बहुचर्चित केस में डॉ. सौरभ सोनी ने रिपोर्ट कराई थी। गंभीर धाराओं में केस दर्ज होने के बाद से आरोपी पुलिाा रिकार्ड में फरार चल रहा है।कोतवाली टीआई बलरामसिंह राठौर ने बताया कि, आरोपी अजीत लाड़ की गिरफ्तारी पर सुप्रीम कोर्ट ने स्टे दे रखा है। तत्कालीन पुलिस अधिकारियों ने भी गिरफ्तारी के लिए प्रयास किए थे। लेकिन सफलता नहीं मिल सकी।

पिपलोद थाने के एसआई हरिकिशन सोनी ने बताया कि मामले में पडताल दौरान ग्राम गुड़ी निवासी 19 ग्रामीणों के बयान दर्ज किए। इसके बाद अजीत लाड़ के खिलाफ केस दर्ज किया। सोनी के मुताबिक, लाड़ ने लोगों को धमकाया था कि तुम्हारे मकान कोटवार और राजस्व की आरक्षित जमीन पर बने हुए है। इस बारे में एक लोकल समाचार-पत्र सत्ता सुधार में खबर भी प्रकाशित की। इसके बाद लोगों से कहा कि, प्रति परिवार 60-60 हजार रूपए दे दो। वरना मकानों पर बुलडोजर चल जाएंगे। लोगों ने डर पैदा किया, उन्होंने भयभीत होकर पिपलोद पुलिस व कलेक्टर-एसपी को आवेदन देकर कार्रवाई की मांग की थी।