अयोध्या में प्रभु श्री राम मंदिर के प्राण प्रतिष्ठा पर श्री प्रेमप्रकाश आश्रम में संत श्री शंभूलाल के सानिध्य में विशेष सत्संग

महावीर अग्रवाल
मंदसौर १९ जनवरी ;अभी तक;  सिन्धी हिन्दू सनातन धर्म की प्रमुख धर्मपीठ श्री प्रेमप्रकाश पंथ की मंदसौर शाखा श्री प्रेमप्रकाश आश्रम में पंथ की फूलवाड़ी के संत श्री शंभूलाल प्रेमप्रकाशी ने स्वामी सर्वानन्द महाराज के अवतार दिवस गुरूवार एवं टेऊँराम महाराज के मासिक अवतार चौथ महोत्सव का अयोध्या में 22 जनवरी पावन सोमवार का प्रभु श्रीराम मंदिर प्राण प्रतिष्ठा समारोह के निमित्त विशेष सत्संग एवं दीप  प्रज्जवलित कर पंच दिवसीय कार्यक्रम का आरंभ किया। प्रतिदिन श्री प्रेमप्रकाश आश्रम में हनुमान चालिसा, सुंदरकाण्ड का पाठ एवं प्रभु श्रीराम के जीवन पर आधारित भजन प्रवचनों का सत्संग होगा।
                              इस आशय की जानकारी श्री प्रेमप्रकाश सेवा मण्डली के अध्यक्ष पुरूषोत्तम शिवानी ने देते हुए बताया कि संतश्री शंभूलाल प्रेमप्रकाशी ने  अपने मुखारविन्द से प्रभु श्री राम के सुंदर भजनों व प्रवचनों में कहा कि 22 जनवरी पावन सोमवार पौष सुदी बारस 500 वर्षों के लम्बे अंतराल के उपरांत आया है कि हम भगवान श्री राम के मंदिर की प्राण प्रतिष्ठा के साक्षी बनेंगे जब देश के प्रधानमंत्री माननीय नरेन्द्र मोदी एवं देश के विद्वान ब्राह्मणों का मण्डल वैदिक विधि विधान के साथ प्राण प्रतिष्ठा करेंगे। आपश्री ने कहा कि भगवान श्रीराम का जीवन एक सरल, सहज एवं दया का जीवन है, रावण को अनेक बार आपने मौका दिया कि वह धर्म के मार्ग पर चलकर प्रभुश्री के चरणों में आ जावे किन्तु रावण के अहंकार ने रावण का अंत किया। प्रत्येक मानव को अपने जीवन में प्रभु श्री राम का अनुसरण करना चाहिये और रोज एक दीप अपने मन में प्रज्जवलित करना चाहिये। प्रत्येक मनुष्य को प्रभु श्री राम के जीवन पर चलकर भवसागर को पार करना चाहिये और अपनी आत्मा व मन पर चलने की चेष्ठा करना चाहिये।
                          आचार्य सद्गुरू टेऊँरामजी महाराज के प्रेमप्रकाश ग्रंथ की अमृतमयी वाणी की सोलह शिक्षाएं की एक शिक्षा सर्व से तुम गुण उठाओ, दोष दृष्टि को हरे। देख अवगुण अपना जो बहुत है मन में भरे।। आचार्यश्री के संदेश पर यह सीख लेना चाहिये कि जीवन एक पाठशाला है जिसमें हम प्रतिदिन सीखने की चेष्ठा करना चाहिये। प्रांरभ में महिला मण्डली ने संकट मोचक हनुमान चालिसा का सामूहिक पाठ किया। अंत में भगवान श्रीराम के भजनों पर महिला मण्डली ने धार्मिक नृत्य कर प्राण प्रतिष्ठा समारोह का आनंदन लिया।
संतश्री का पुष्पमाला से स्वागत श्रीमती पुष्पा पमनानी एवं पुरूषोत्तम शिवानी ने किया।
सुख समृद्धि एवं प्राण प्रतिष्ठा समारोह की सफलता हेतु पल्लव (अरदास) पल्लव पाकर आरती कर प्रसाद वितरण किया। आभार प्रदर्शन श्रीमती सपना डॉ. सुरेश पमनानी एवं श्रीमती देवकी मेघराज कोठारी ने प्रकट किया।