प्रदेश
सशक्त देश-समाज के लिए महिलाओ का सशक्त होना जरूरी – एस पी
एस पी वर्मा
सिंगरौली १४ जून ;अभी तक; समाज की विसंगति को दूर करने के लिए महिला- पुरुष के बीच के अंतर को कम करना पड़ेगा। बेहतर समाज के लिए महिलाओ का सशक्त होना बहुत जरूरी है। महिलाओ के सशक्त होने से ही देश व समाज सशक्त होगा। हम सबको मिलकर जहाँ महिलाओ के बीच जागरुकता बढ़ाना हैं वहीं महिलाओ को भी प्रत्येक क्षेत्र मे बढ़ चढ़ कर भाग लेकर अपने आप को आत्मनिर्भर व सशक्त बनाना है।
उक्तशय के उद्गार पुलिस अधीक्षक सिंगरौली युसुफ कुरैशी के हैं जिसे उन्होंने मोरवा ऑफिसर्स क्लब मे आयोजित “मै हूँ अभिमन्यू” ऑपरेशन के जागरुकता कार्यक्रम मे मुख्य अतिथि के आसंदी से व्यक्त किया। इस दौरान चितरंगी एस डी ओ पी हिमाली पाठक, विशिष्ट अतिथि के रूप में मौजूद रही, जबकि मोरवा टी यू पी सिंह, महिला थाना प्रभारी अर्चना द्विवेदी, बीजेपी मोरवा की मंडल अध्यक्ष नम्रता सिंह व मार्शल आर्ट अकेडमी के तकनीकी डायरेक्टर गणेश सिंह विशेष अतिथि के रूप में उपस्थित रहे।
एस पी श्री युसुफ ने आगे कहा कि महिलाओ को आत्मरक्षा के लिए मार्शल आर्ट का ज्ञान बहुत जरूरी है। महिलाएं अपने दिमाग से यह बात निकाल दे की वह किसी से कमजोर हैं, यह एक सिर्फ मानसिक कमजोरी है। खूद के बनाये हुए पिजरे से बाहर निकले और सशक्त बने। एस पी श्री युसुफ ने इस दौरान कई नेशनल व इंटरनेशनल महिला खिलाडियों का उदाहरण दिया और बच्चियों को शरीरिक रूप से मजबूत होने के लिए खेल खुद को अपने जीवन मे उतारने की अपील की। महिलाओ के जागरुकता पर एस पी श्री युसुफ के अनुसार महिलाओ को सशक्त बनाने पुलिस मुख्यालय भोपाल द्वारा जागरुकता लाने अभिमन्यु अभियान शुरू किया गया है। ताकि महिलाओ को सशक्त बना कर सशक्त समाज की कल्पना को साकार किया जा सके। सशक्त समाज व देश के लिए महिलाओ का सशक्त होना बहुत जरूरी है।
कार्यक्रम को सबोधित करते हुए एसडीओपी चितरंगी हिमाली पाठक ने पुलिस विभाग द्वारा चलाये जा रहे “मै हूँ अभिमन्यु” ऑपरेशन के सातों बिंदुओं पर प्रकाश डालते हुए बताया कि नशा, दहेज, लिंगभेद , रूढ़िवादिता, अश्लीलता, भृणहत्या, असंवेदनशीलता, अशिक्षा, महिलाओ के बीच अपराध के प्रमुख कारण हैं। इन बिंदुओं पर बच्चियों के बीच जागरुकता लाने हेतु प्रदेश मुख्यालय भोपाल द्वारा अभियान चलाया जा रहा है।
एस डी ओ पी श्रीमती पाठक ने कार्यक्रम मे उपस्थित स्कूल व कालेज की छात्राओ को ऑपरेशन एहसास, स्वयम सिद्धा अभियान की जानकारी भी दी। इस दौरान कार्यक्रम में आत्मरक्षार्थ मार्शल आर्ट की दैनिक जीवन मे काम आने वाले कई डिफेनशिव तकनीक का प्रयोगात्मक प्रदर्शन कराटे के खिलाडियों ने दिखाया। सेल्फ डिफेंस के क्रम मे हीप थ्रो, चंगुल के ग्रिपिंग से छुड़ाना व अचानक लाठी से हुए हमले से बचाव आदि कई सुरक्षात्मक तकनीक का प्रदर्शन कराटे के खिलाडियों ने दिखाया। कार्यक्रम में भारी संख्या में स्कूल, कालेज की छात्राओ के साथ मोरवा पुलिस मौजूद रही।