बाहरी नहीं स्थानीय प्रत्याशी चाहिए, जिला पंचायत उपाध्यक्ष ने खोला मोर्चा

मोहम्मद सईद
शहडोल 14 अक्टूबर अभीतक। जैतपुर विधानसभा क्षेत्र की भाजपा विधायक श्रीमती मनीषा सिंह का क्षेत्र के लोगों द्वारा किए जा रहे विरोध और लोगों की नाराजगी को देखते हुए भाजपा ने श्रीमती सिंह का क्षेत्र बदलते हुए उन्हें संभागीय मुख्यालय की जयसिंहनगर विधानसभा क्षेत्र से प्रत्याशी बना दिया। भाजपा के रणनीतिकारों सोचा था, कि विधानसभा क्षेत्र बदल जाने से जयसिंहनगर क्षेत्र श्रीमती मनीषा सिंह के लिए आसान हो जाएगा। लेकिन उनका नाम घोषित होने के बाद से यहां भी कार्यकर्ताओं में असंतोष की चिंगारी सुलगने लगी है। जिला पंचायत की उपाध्यक्ष और आदिवासी नेत्री श्रीमती फूलवती सिंह ने तो शनिवार को बाकायदा पत्रकार वार्ता का आयोजन कर अपनी पीड़ा और कार्यकर्ताओं के दर्द को उजागर कर दिया।
                                                     जिला पंचायत उपाध्यक्ष श्रीमती सिंह ने पत्रकारों से रूबरू होकर पार्टी के निर्णय को चुनौती देते हुए प्रत्याशी चयन पर पुनर्विचार करने और प्रत्याशी बदलने की मांग कर डाली। उन्होंने कहा कि हम मैं पार्टी की सच्ची सिपाही हूं और मैं पार्टी का नहीं, बल्कि प्रत्याशी चयन के निर्णय का विरोध कर रही हूं। उन्होंने कहा कि मैं आपके माध्यम से ऊपर तक अपनी बात पहुंचानी चाहती हूं। श्रीमती सिंह ने कहा कि जयसिंहनगर क्षेत्र से उन्होंने भी दावेदारी की थी और उनके अलावा तीन अन्य नेताओं की भी दावेदारी थी। लेकिन सभी को नजर अंदाज कर दिया गया। उन्होंने कहा कि क्षेत्र के लोगों की भावनाओं को देखते हुए श्रीमती मनीषा सिंह के अलावा क्षेत्र के किसी को भी टिकट दे दी जाए, उन्हें मंजूर होगा। उन्होंने कहा कि मुझे अपने क्षेत्र के लोगों के कल्याण के लिए काम करना है और जब क्षेत्र की जनता ही खुश नहीं होगी तो हम क्षेत्र में कैसे जाएंगे। उन्होंने तो यह भी कहा कि श्रीमती मनीषा सिंह बाहरी प्रत्याशी हैं।
जैतपुर में विधायक का था विरोध
                                                जिला पंचायत उपाध्यक्ष श्रीमती सिंह ने पार्टी द्वारा घोषित प्रत्याशी श्रीमती मनीषा सिंह के संबंध में पूछे गए एक प्रश्न के जवाब में कहा कि जैतपुर क्षेत्र के लोगों से मुझे ऐसा सुनने को मिला है, कि श्रीमती मनीषा सिंह ने विधानसभा क्षेत्र में कुछ खास काम नहीं किया है, जिसके चलते लोगों द्वारा उनका विरोध किया जा रहा है। उन्होंने उल्टा पत्रकारों से कहा कि जैतपुर ज्यादा दूर नहीं है और वहां की स्थिति तो आपको भी पता है।
                                          भाजपा की आदिवासी नेत्री श्रीमती सिंह ने विधायक श्रीमती मनीषा सिंह के पति को भी निशाने पर लिया और कहा कि मुझे जैतपुर क्षेत्र के लोगों से सुनने को मिला है, कि विधायक श्रीमती सिंह के पति ठेकेदारी करते थे और विधायक के कार्यों में उनके पति का हस्तक्षेप रहता था।
स्व सहायता की हजारों दीदी हैं साथ
                                   जिला पंचायत उपाध्यक्ष श्रीमती सिंह ने बताया कि वह खुद स्व सहायता समूह से जुड़ी हुई है और पूरे विधानसभा क्षेत्र में स्व सहायता समूह से जुड़ी हुई लगभग 60 हजार दीदी उनके साथ हैं।
                                      भाजपा संगठन में महिला मोर्चा की गोहपारू मंडल अध्यक्ष के रूप में कार्य कर रही श्रीमती फूलवती सिंह ने अपने अगले कदम के बारे में कहा कि कि वे क्षेत्र की जनता, पार्टी के कार्यकर्ता और स्व सहायता समूह की दीदी के साथ बैठक करके चर्चा करेंगीं। उनके द्वारा जो तय किया जाएगा वे उस पर अमल करेंगीं। उन्होंने यह भी कहा कि 21 अक्टूबर को वह फिर पत्रकारों से रूबरू होगी और अपने अगले निर्णय के बारे में विस्तार से चर्चा करेंगीं।
यह भी रहे उपस्थित
जिला पंचायत उपाध्यक्ष श्रीमती सिंह की पत्रकार वार्ता में स्व सहायता समूह से जुड़ी श्रीमती उर्मिला तिवारी खन्नौधी, श्रीमती उमा सिंह देवरी नंबर दो, श्रीमती रेशमी यादव भुरसी, शहनाज बेगम व शमशाद बेगम खन्नौधी, संगीता सिंह बेल्ली और भारतीय जनता पार्टी अल्पसंख्यक मोर्चा के नेता शानउल्ला खान भी उपस्थित रहे।