गर्मी के मौसम को ध्‍यान में रखते रतलाम मंडल के रतलाम सहित कुल 7 स्‍टेशनों पर मटके के शीतल जल की उचित व्‍यवस्‍था 

महावीर अग्रवाल
मन्दसौर  १४ अप्रैल ;अभी तक;  ‘जल ही जीवन है’ यह सार्वभौमिक रूप से सत्‍य है। गर्मी के समय में जल की आवश्‍यकता और अधिक होती है। इन्‍हीं बातों को ध्‍यान में रखते हुए पश्चिम रेलवे का रतलाम मंडल सतर्क है तथा इस संदर्भ में मंडल रेल प्रबंधक के निर्देशन में संबंधित विभागों द्वारा प्‍लेटफार्मों पर पानी की सुगम उपलब्‍धता हेतु निरंतर प्रयासरत है।
                                रतलाम मंडल के वाणिज्‍य विभाग द्वारा यात्रियों को अपने सीट पर ही शीतल पीने का पानी उपलब्‍ध हो इसके लिए विभिन्‍न सामाजिक संगठनों से संपर्क कर,  गैर सरकारी संगठनों एवं अन्‍य सामाजिक संगठनों द्वारा स्‍टेशनों पर पानी पिलाने हेतु अनुमति प्रदान की जा रही है । वाणिज्‍य विभाग द्वारा इस वर्ष अभी तक विभिन्‍न स्‍टेशनों पर कुल 09 संस्‍थाओं को शीतल जल पिलाने हेतु अनुमति प्रदान की गई । वर्तमान में नागदा स्‍टेशन पर दो, मंदसौर में दो, रतलाम, दलोदा, बड़नगर, जावरा एवं निम्‍बाहेड़ में एक-एक संगठनों को शीतल जल वितरण हेतु अनुमति प्रदान की गई है।
                             शीतल जल के लिए उपरोक्‍त सभी स्‍टेशनों पर ट्रॉली से पानी वितरण की सुविधा प्रदान की गई है ताकि यात्रियों को मटके का शीतल जल कोच के पास ही उपलब्‍ध हो सके। ऐसे ट्रॉलियों को ऐसे स्‍थान पर रखने के निर्देश दिये गये हैं जहॉं खानपान के स्‍टॉल या वॉटर बूथ कोच से दूर हों, जिससे कि यात्रियों को पेयजल प्राप्‍त करने में असुविधा न हो।
                            इसके साथ ही स्‍टेशनों पर उपलब्‍ध वाटर बूथों पर पानी की उपलब्‍धता की नियमित रूप से मॉ‍निटरिंग करने के साथ ही ठंडे पानी के लिए स्‍टेशनों पर लगाए गए वाटर कूलरों की कार्यशीलता की भी सतत निगरानी की जा रही है। सभी खान पान स्‍टॉलों को भी स्‍टॉल पर पानी की शत-प्रतिशत उपलब्‍धता सुनिश्चित करने हेतु निर्देशित किया गया है। गर्मी के मौसम में यात्रियों को पानी की सुविधा उपलब्‍ध कराने हेतु रतलाम मंडल द्वारा हर संभव प्रयास किए जा रहे हैं।