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कलेक्टर कार्यालय मे शासकीय आवास आवंटन मे वर्षो से चल रहा लेन-देन का खेल

दीपक शर्मा

पन्ना ३ मार्च ;अभी तक; शासकीय आवासों के आवंटन मे जमकर भ्रष्टाचार तथा मनमानी का खेल चल रहा है। जहां एक ओर शासकीय आवासो पर जन प्रतिनिधियों, सांसदो तथा विधायको का डेरा डला हुआ है जबकी उनको दिल्ली तथा भोपाल मे भी आवास आवंटित है।

शासन के नियमानुसार कोई भी जन प्रतिनिधि तथा अधिकारीयो को एक स्थान पर ही आवास मिलने की पात्रता है लेकिन नियम कानून बडों के लिए नही है, केवल कमजोर लोगो के लिए विभिन्न प्रकार के नियम कानून लागू होत है। इसी प्रकार पन्ना जिला मुख्यालय मे अनेक अधिकारी कर्मचारीयो के स्वंय के मकान होने के बावजूद शासकीय बंगलो पर कब्जा जमा हुआ है तथा उन्ही शासकीय बंगलो मो एशोआराम कर रहें है।

दूसरी ओर अनेक कर्मचारी शासकीय आवास के लिए वर्षो से कलेक्टर कार्यालय की सामान्य शाखा के चक्कर लगा रहें है। लेकिन उन्हे आवास आवंटित नही हो रहें है। बताया जाता है कि जिस अधिकारी कर्मचारी द्वारा संबंधित शाखा के लिपिक एवं अधिकारी को नजराना दिया जाता है उसी को आवास आवंटित कर दिये जाते है।

इसी प्रकार का मामला प्रकाश मे आया पत्रकार एवं भाजपा नेता लक्ष्मीनारायण चिरोलया ने अपनी पत्नी जो शासकीय शिक्षक है उनके नाम से आवास आवंटन के लिए आवेदन किया गया था। जिसमे क्षेत्रीय सांसद विष्णुदत्त शर्मा ने भी सिफारिस की थी कि ए अनुसूचित जाति की महिला शिक्षक है तथा इनके पास रहने के लिए कोई आवास नही है इस लिए इन्हे तत्काल रिक्त आवास उपलब्ध कराया जाये। लेकिन महिनो बीत जाने के बावजूद संबंधित शाखा के लिपिक द्वारा आज दिनांक तक आवास आवंटन नही किया है। जबकी अपर कलेक्टर आवास खाली होने पर संबंधित शिक्षक को आवास आवंटित करने का आश्वासन दिया था एवं नजूल तहसीलदार को जो आवास आबंटित कर दिया गया था वह आवास संबंधित द्वारा नही लिया गया था जो रिक्त था लेकिन उसके बावजूद भी सामान्य शाखा के लिपिक द्वारा हीलाहवाली करते हुए अन्य को आवंटित कर दिया गया। इस प्रकार से मनमानी का खेल चल रहा है।

इनका कहना हैः-

इनकी फाईल हमारे पास आई है जल्द ही आवास आवंटन की कार्यवाही की जा रही है।
बसंत राय सामान्य शाखा कलेक्ट्रेट पन्ना

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