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भारतीय चार्टर्ड अकाउंटंेट की विश्व में लगातार मांग बढ़ रही है- सीए डॉ. अनुज गोयल, सीए का सेमीनार मंदसौर में सम्पन्न


महावीर अग्रवाल 

मन्दसौर २८ मार्च ;अभी तक;  नैतिक मानक बोर्ड भारतीय सनदी लेखाकार संस्थान नई दिल्ली द्वारा जिला शाखा मंदसौर की मेजबानी में सीए का सेमिनार आयोजित हुआ।
                              कार्यक्रम के मुख्य अतिथि आईसीएआई ईएसबी नई दिल्ली के चेयरमेन एवं सेंट्रल काउंसिल सदस्य सीए डॉ. अनुज गोयल ने बताया कि भारतीय चार्टर्ड अकाउंटेट की विश्व में लगातार मांग बढ़ रही है। बेक ऑफीस वर्क के लिये भी भारतीय चार्टेड अकाउटेंट के पास दुनियाभर से काम आ रहे है। सीए इंस्टिट्यूट ने अपने मेंबर्स के लिये एक नया पोर्टल सीए कनेक्ट शुरू किया है, जिसमें इंडिया के सभी सीए की सही इनफार्मेशन और प्रोफाइल ऑनलाइन मिल पाएगी। आपने कहा कि कोई भी आमजन जो किसी भी सीए सर्विसेज़ को प्राप्त करना चाहते है, इस पोर्टल पर जाकर उस सीए से कनेक्ट कर सकती है। उन्होने ये भी बताया की आएसीएआइ का स्किल डेवलपमेंट बोर्ड द्वारा सीए मेम्बेर्स की छुपी हुई प्रतिभाओं को बाहर लाने के लिए कई कदम उठाये जा रहे हैं, जिनमे वर्कशॉप द्वारा ट्रेनिंग दी जाएगी तथा देश में उन प्रतिभाओं का सम्मान किया जायेगा।
                               दूसरे सत्र के मुख्य वक्ता भीलवाड़ा सीए शाखा के पूर्व अध्यक्ष सीए निर्भीक गांधी ने विभिन्न प्रॉफेशनल अवसरो के बारे में अवगत कराते हुए बताया की आईसीएआई  द्वारा अभी मेम्बर्स के लिए रेरा, कैपिटल मार्केट, बैंक ऑडिट, को ओपरेटिव सोसाइटी जैसे विषयो पर 25 सर्टिफिकेशन कोर्स ओर 4 डिप्लोमा कौर्स करवा  रही है। वर्तमान मे प्रेक्टिस कर रहे सीए मेम्बर्स को परंपरागत कार्याे के साथ टेक्नालजी का  उपयोग करना होगा ओर नए उभरते हुये सैक्टर मे विशेष ज्ञान के साथ अपनी प्रेक्टिस बढ़ानी होगी। वर्तमान मे इंटरनल ऑडिट, वित्तीय मॉडलिंग, कैपिटल मार्केट, इन्शुरेंस, ग्लोबल वर्किंग, वर्चुअल सीएफ़ओ, लिटिगेशन बैंकिंग जैसे क्षेत्र मे कई अवसर हमारे सामने है।
                             वर्कशॉप के तृतीय सत्र में बैंक ऑडिट विषय पर रतलाम ब्रांच के पूर्व चेयरमैन सीए प्रमोद नाहर द्वारा बैंक ऑडिट के संबंध में विस्तृत जानकारी दी गई। आपने बताया कि बैंकिंग सेक्टर अर्थव्यवस्था की एक महत्वपूर्ण धुरी होती है और विश्व के अनेक देशों में इस क्षेत्र में होने वाली गड़बड़ियों से कई देशों की अर्थव्यवस्था पर काफी बुरा प्रभाव पड़ा है इसलिए बैंक ऑडिट एक चार्टर्ड अकाउंटेंट के लिए अत्यंत ही महत्वपूर्ण ऑडिट है।
आपने बताया कि भारत जैसे विकासशील देश में बैंकिंग इंडस्ट्री में पब्लिक के लाखों करोड़ रुपए पब्लिक डिपॉजिट हे, इसलिए भी अंकेक्षक की जिम्मेदारी अत्यंत बढ़ जाती है तथापि कॉर्पाेरेट प्रेशर और व्यवसायिकता के चलते चार्टर्ड अकाउंटेंट को बैंक ऑडिट हेतु अत्यंत ही कम समय आवंटित होता है इसलिए सीए नाहर ने बताया कि हमें कम से कम समय में सूक्ष्मता और गहनता के साथ  क्वालिटी बैंक ऑडिट को कैसे करना चाहिए। जिसमें प्रमुखता के साथ बैंकिंग क्षेत्र के एडवांस में परफॉर्मिंग असेट्स और नॉन परफॉर्मिंग असेट्स का क्लासिफिकेशन उनकी सिक्योरिटी का वैल्यूएशन और बैंक में उपलब्ध समस्त खातों में से सैंपल पद्धति के आधार पर किन-किन खातों को  सैंपल में लिया जाना आदि महत्वपूर्ण विषय पर विस्तृत  व्यवहारिक चर्चा की गई।
प्रारंभ में मंदसौर जिला शाखा के अध्यक्ष सीए दिनेश जैन ने कहा कि आज प्रतिस्पर्धा के युग में ज्ञान के बल पर ही टीका जा सकता है और विश्व में भारतीय सीए अपने टेक्नोलॉजी ज्ञान में अव्वल है। जरूरत सिर्फ नेटवर्किंग की है। आपने कहा कि मंदसौर शाखा द्वारा मात्र तीन माह के अंदर ही राष्ट्रीय स्तर का सेमिनार आयोजित किया है। जिसमें भीलवाड़ा, गाजियाबाद, रतलाम, नीमच, मंदसौर के लगभग 90 सीए साथियों ने भाग लिया।
इस अवसर पर अतिथि आयकर अधिकारी संजीव कुमार ने कहा कि देश की आर्थिक तरक्की में  सीए का महत्वपूर्ण योगदान है। अतिथि परिचय उपाध्यक्ष सीए राजेश मण्डवारिया, कोषाध्यक्ष सीए नयन जैन व वरिष्ठ सीए रितेश पारिख ने दिया। सीए मोटो सांग का वाचन महिमा मोटवानी, नंदनी बैरागी, प्रेक्षा बाफना ने सीए अर्पित मेहता के मार्गदर्शन में किया। संचालन सीए आयुष जैन व सीए प्राज्वी जैन ने किया। आभार सचिव सीए विकास भण्डारी ने माना। उक्त जानकारी सी.पी.ई. कमेटी के चेयरमेन व पूर्व अध्यक्ष सीए विरेन्द्र जैन ने दी।

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