मास्टर ट्रेनर बनकर कलेक्टर ने मतदाता सूची में नाम जोड़ने का दिया प्रशिक्षण

आशुतोष पुरोहित

खरगोन 31 जुलाई ;अभी तक; सोमवार को आयोजित होने वाली समयावधि पत्रों की समीक्षा बैठक में कलेक्टर व जिला निर्वाचन अधिकारी श्री शिवराज सिंह वर्मा आगामी निर्वाचन के सम्बंध में मतदाता सूची में जिले के प्रत्येक पात्र मतदाता का नाम जोड़ने के प्रति काफी संवेदनशील नजर आएं। वे जैसे मास्टर ट्रेनर बनकर आये और मतदाता सूची में नाम जोड़ने के लिए बीएलओ से लेकर सेक्टर अधिकारी और मीटिंग में मौजूद जिला अधिकारी तथा गूगल मीट से जुड़े जनपद स्तरीय अमले को भी ऐप के माध्यम से घर बैठें मतदाता सूची में नाम जोड़ने का प्रशिक्षण दिया। सबसे पहले उन्होंने प्रत्येक अधिकारी को अपने मोबाइल में वोटर हेल्प एप्प प्ले स्टोर डॉउनलोड करवाई। इसके बाद सभी अधिकारियों के नाम मतदाता सूची में नाम दर्ज होने की पुष्टि की।

सभी ने अपने मतदाता होने सम्बन्धी जानकारी एप्प में प्रविष्ठ की और बताया भी कि उनका नाम किस विधानसभा में है। साथ ही जिनके नाम प्रदर्शित नहीं हुए उन्होंने फॉर्म-6 भी एप्प के माध्यम से भरें। जिला निर्वाचन अधिकारी श्री वर्मा ने यही प्रक्रिया जिले के सभी महाविद्यालयों और सभी शासकीय व अशासकीय स्कूलों में अपनाने के भी निर्देश दिए हैं। उन्होंने कहा कि 1 अक्टूबर को जो भी छात्र 18 वर्ष की आयु पूरी कर रहा है तो उसका नाम मतदाता सूची में हो। इसकी जिम्मेदारी डीईओ, डीपीसी और जनजातीय कार्य विभाग के सहायक आयुक्त को सौंपी है। इनको प्रमाणीकरण भी देना होगा कि पात्र छात्र का नाम सूची में जोड़ लिया गया है।

वोटर हेल्प एप से ऐसे घर बैठें मतदाता सूची में जोड़े नाम

1 अक्टूबर 23 को 18 वर्ष आयु पूर्ण करने वाले युवा अपने मोबाइल से मतदाता सूची में नाम जोड़ने के लिए प्ले स्टोर से वोटर हेल्प एप डाउनलोड कर सकते हैं। इसके बाद वोटर रजिस्ट्रेशन में जाकर नए मतदाता पंजीयन कराने के लिए फार्म-6 भर सकते हैं। इसमें जन्म प्रमाण पत्र अपलोड कर नाम जोड़ा जा सकता है। नाम डिलिट करने के लिए फार्म-7 और मतदाता सूची में संशोधन के लिए फार्म-8 भरा जा सकता है।

अनुपस्थित और शिफ्टेड मतदाताओं के लिए पूरी प्रक्रिया का पालन करना होगा

जिला निर्वाचन अधिकारी श्री वर्मा ने कहा कि ऐसे मतदाता जो एब्सेंट हो याने वे उस स्थान पर आना-जाना करते हैं अस्थायी तौर पर परिवार वहीं है लेकिन कोई सदस्य वहां नहीं है। साथ ही शिफ्टेड ऐसे मतदाता जिनका पूरा परिवार कार्य के लिए स्थायी रूप से बाहर गए हैं। जिनके सम्बन्ध में कोई जानकारी नहीं है। ऐसे मतदाताओं के नाम कांटने से पहले पूरी प्रक्रिया का पालन करना होगा। इसके अलावा ऐसे मतदाताओं की सूची और पूरी जानकारी तहसीलदार और एसडीएम भी देखेंगे।