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प्रत्येक भारतीय की एक लगन, एक लक्ष्य ही हो मेरा भारत महान-मजबूत हो-साध्वी देवादितीजी

महावीर अग्रवाल 

मन्दसौर २१ अगस्त ;अभी तक;  योग महर्षि स्वामी रामदेवजी के पतंजलि योगपीठ हरिद्वार के तत्वावधान में पतंजलि योग-भारत स्वाभिमान, पतंजलि महिला योग, युवा भारत तथा किसान सेवा समिति जिला इकाई मंदसौर द्वारा भागवताचार्य पं. श्री मदनलालजी जोशी सभागार संजय उद्यान मंदसौर में आयोजित 3 दिवसीय निःशुल्क योग चिकित्सा विज्ञान-ध्यान एवं निःशुल्क चिकित्सा परामर्श शिविर का 20 अगस्त को गरिमामय समारोह में स्वामी रामदेवजी की परम शिष्या पूज्यनीया देवादितीजी, पूज्यनीया साध्वी देववाणीजी एवं देव सोम्याजी के सानिध्य में सम्पन्न हुआ।
                               शिविर में प्रातः 5.30 से 8 बजे तक पूज्यनीया साध्वियों द्वारा योग के अंतर्गत भस्त्रिका-कपालभाती, बाह्य अग्निसार, उज्जायी, अनुलोम विलोम, भ्रामरी, उद्गीथ, सूर्य नमस्कार, योगिक जौगिक व्यायाम, सूक्ष्म व्यायाम और आसनों में मुख्य रूप से मधुमेह (डाईबीटिज), उक्त रक्तचाप, हृदय रोग, मोटापा, गैस, कब्ज, कमर दर्द, सवाईकल, स्पॉडिलाइटियस, एलर्जी, दमा, अस्थमा, माइग्रेन, डिप्रेशन, जोड़ों का दर्द आदि के निदान का अभ्यास कराने के साथ ही दैनिक दिनचर्या, किस समय-किस प्रकार का आहार लिया जाये इसका संज्ञान कराया गया।
देवादितीजी ने भारत को मजबूत महान राष्ट्र बनाकर पुनः विश्व गुरु के पद पर प्रतिष्ठित करने का स्वामीजी का जो संकल्प है उस संकल्प में जूट हाने का आव्हान किया और यह तभी होगा जब शारीरिक और मानसिक दृष्टि से हम पूर्ण स्वस्थ हो और यह तभी होगा जब हम कम से कम 1 घण्टा प्रतिदिन नियमित योगाभ्यास को दैनिक दिनचर्या का हिस्सा बना ले।
                        योग के साथ ही शिविर में पतंजलि योगपीठ से अधिकृत तीन कुशल चिकित्सकों द्वारा तीन दिन तक विभिन्न बीमारियों से ग्रस्त महिला पुरुषों का परीक्षण कर उचित परामर्श दिया गया।
                          समापन दिवस पर मुख्य अतिथि पूर्व विधायक श्री राजेन्द्रसिंह सिसौदिया और विशिष्ट अतिथि जिला धार्मिक उत्सव समिति के वरिष्ठ सदस्य तथा प्रवासी मालवा प्रांत के सदस्य विनोद मेहता थे। अतिथियों द्वारा दीप प्रज्जवलन किया गया। शिविर में प्रतिदिन प्रातः योग प्रारंभ से समापन तक औषधीय समीधा से हवन किया गया।
बड़ी संख्या में योग प्रशिक्षार्थियों सेे पं. श्री मदनलालजी जोशी सभागार तीनों दिन खचाखच भरा रहा। जिन बीमारियों से जिन शिविरार्थियों को लाभ हुआ उन्होंने अपने अनुभव सुनाये। एक बालक शुभम जिसकी उम्र 18 वर्ष से कम है आंखों की ज्योति चली जाने से दिखाई देना बंद हो गया था परन्तु लगातार विशेषकर ज्यादा देर तक अनुलोम-विलोम प्राणायाम करने से उसकी आंखों ज्योति लोट आई और दिखाई देने लगा है।
                            इस अवसर पर पतंजलि योग संगठन जिला प्रभारी बंशीलाल टांक, भारत स्वाभिमान संगठन जिला प्रभारी महेश कुमावत, पतंजलि महिला योग संगठन जिला प्रभारी सुशीला राठौर, युवा भारत जिला प्रभारी विनोद सेन, किसान सेवा समिति जिला प्रभारी कैलाश चौहान ने शिविर में अपनी सेवाएं दी।

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