ग्राम पंचायत टुडा में व्याप्क भ्रष्टाचार मशीनो से कराये जा रहें निर्माण कार्य, मजदूर कर रहे पलायन
दीपक शर्मा
पन्ना ९ जुलाई ;अभी तक; जिले में ग्राम पंचायतो मे भ्रष्टाचार चरमसीमा पर चल रहा है। निर्माण कार्य मशीनो से कराये जा रहे है तथा फर्जी मस्टर रोल मजदूरो के नाम डालकर राशि आहरित की जा रही है। इसी प्रकार का मामला शाहनगर जनपद पंचायत अन्तर्गत ग्राम पंचायत टूडा का प्रकाश मे आया है।
स्थानीय उपसरपंच तथा अन्य ग्रामवासीयों द्वारा कलेक्टर को जन सुनवाई मे दिये गये आवेदन मे उल्लेख किया गया कि, ग्राम टुडा मे दस लाख की राशि से तालाब जीर्णोदार का कार्य स्वीकृत किया गया था। उक्त कार्य मजदूरो के माध्यम से कराये जाने का प्रावधान है। लेकिन सरपंच, सचिव, रोजगार, सहायक, उपयंत्री द्वारा जेसीबी मशीन तथा ट्रैक्टरो के माध्यम से कार्य कराया जा रहा है एवं फर्जी मस्टर रोजगार सहायक द्वारा जारी कर फर्जी हाजरी भरी जा रही है।
आवेदन में उल्लेख किया गया कि विगत एक जुलाई से लेकर सात जुलाई तक मस्टर रोल मे प्रतिदिन 85 लेबर लगाकर खोदाई कार्य किया जा रहा है। जबकी मौके पर एक भी लेबर उपस्थित नही मिली। सभी कार्य जेसीबी मशीन और ट्रैक्टर से कराया गया है। ग्राम पंचायत सरंपच श्रीमती दीवीबाई चौधरी, सचिव अर्जुन सिंह तथा रोजगार सहायक शिव चरण चौधरी है जो सरपंच देवीबाई के पति है। रोजगार सहायक शिव चरण का स्थानान्तरण भी ग्राम पंचायत पुरैना हो गया है, उसके बावजूद उसके द्वारा ही मस्टर जारी किये जा रहें है तथा पंचायत का संचालन किया जा रहा है।
इसी प्रकार ग्राम टुडा में खेर माई स्थान से लेकर सूरज राय के घर तक नाली स्वीकृत हुई थी। जिसमें तीन लाख रूपये की राशि आहरित की गई। जबकी 50 मीटर तक नाली का निर्माण नही कराया गया है। उन्होने यह भी आरोप लगाया कि जिस तालाब में जल संवर्धन के तहत जीर्णादार कार्य चल रहा है। उक्त तालाब का जीर्णोदार कार्य पूर्व में वर्ष 21-22 में भी हो चुका है। जबकी शासन के स्पष्ट निर्देश है कि पांच वर्ष पहले जिस तालाब मे निर्माण कार्य हुआ है, उसमें फिर से नही करवाया जाये। लेकिन सरपंच सचिव द्वारा फर्जी प्रमाण पत्र लगाकर कार्य स्वीकृत कराया गया है साथ ही जेसीबी मशीन के माध्यम से तालाब के बीच के पार मे मिट्टी डाल देने के कारण ग्राम वासीयों के लिए समस्या उत्पन्न हो गई है। सरपंच पति शिव चरण द्वारा फर्जी मस्टर भरकर व्याप्क स्तर पर भारी भ्रष्टाचार किया गया है। पूर्व में उक्त सरपंच, सचिव, उपयंत्री द्वारा ग्राम पंचायत के निर्माण कार्यो मे किये गये भ्रष्टाचार की शिकायत हुई थी। जिसमें संबंधितो के खिलाफ जिला पंचायत न्यायालय द्वारा कार्यवाही करते हुए नौ लाख रूपये की राशि की रिकवरी निकाली गई थी। जिसका प्रकरण चल रहा है। स्थानीय लोगो ने ग्राम पंचायत मे कराये गये कार्यो की जांच कराने तथा दोषीयो के खिलाफ कार्यवाही करने की मांग की है। आवेदन देने वालो में उपसरपंच श्रीचन्द्र राय, रवीशंकर, राम चरण ढीमर, सुशील राय, मकुन्दी, गनेश, रंजीत वर्मन, राजाराम, मंसुक ढीमर, सखीबाई, संतोष, रमेश कुमार सहित अनेक लोग शामिल रहें।