विधायक गिरी, विधानसभा टिकिट पाने की आस में स्वामी अवधेशानन्द गिरी की शरण में हरिद्वार में

टीकमगढ़ से पुष्पेंद्र सिंह
टीकमगढ़ 15 अक्टूबर  ‘अभी तक ‘ टीकमगढ़ जिले के लिए कांग्रेस के सभी तीनों सीटों पर प्रत्याशी घोषित होते ही बीजेपी के दावेदार, और खासतौर पर टीकमगढ़ के स्थानीय विधायक राकेश गिरी, हर वो प्रयास कर रहे हैं जो उन्हें या उनकी पत्नी लक्ष्मी गिरी को टिकिट दिलाने में सहायक साबित हो सके!
                                      जानकर सूत्र बताते हैं कि विधायक गिरी, विधानसभा टिकिट पाने के अपने उसी प्रयास के तहत  जूना पीठ के  महामंडलेश्वर स्वामी अवधेशानन्द गिरी की शरण में हरिद्वार में हैं।  सूत्र बताते हैं कि केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह स्वामी जी की बात मानते हैं और अगर उन्होंने गृह मंत्री से किसी काम के लिए बोला तो वे उनके आदेश की अवहेलना नहीं करते! हालांकि ये अलग बात है जैसा कि सूत्र बताते हैं कि महाराज जी, इस तरह के मामलों में दखल नहीं देते!
                                उल्लेखनीय है बीजेपी ने कुछ सीटों परअपने मौजूदा     विधायकों  को चुनाव लड़ाने के निर्णय को होल्ड पर रखा है उनमें टीकमगढ़ विधायक राकेश गिरी का नाम भी शामिल है इनकेअलावा जिले की जतारा (सु )से हरिशंकर खटीक, और निवाड़ी से अनिल जैन, पृथ्वीपुर से शिशुपाल यादव पर भी पार्टी द्वारा पुनः टिकिट देने के सम्बन्ध में पार्टी असमंजस में है जबकि टीकमगढ़ जिले की खरगापुर क्षेत्र से राहुल लोधी को प्रत्याशी घोषित किया जा चूका है! दूसरी तरफ  कांग्रेस भी निवाड़ी से अपना उम्मीदवार नहीं चुन सकी है वहाँ अनिल जैन अपना लगातार दूसरा कार्यकाल पूरा कर रहे हैं!इस क्षेत्र के सीमा वर्ती होने के कारण समाजवादी पार्टी का प्रभाव भी चुनाव में देखने को मिलता है वर्ष 2008में परसीमन के बाद निवाड़ी से सपा की मीरा यादव निर्वाचित घोषित हुईं थीं जबकि उसके बाद 2013और 2018से बीजेपी के अनिल जैन उस क्षेत्र का प्रतिनिधित्व कर रहे हैं!
                                    इस चुनाव के लिए सपा,  मीरा यादव को अपना उम्मीदवार घोषित कर चूकी है!कांग्रेस को इस सीट को लेकर काफ़ी मशक्कत करना पड़ रही है!
                                      उधर कांग्रेस प्रत्याशियों ने अपना जनसम्पर्क शुरू कर दिया है टीकमगढ़ से पूर्व मंत्री  यादवेन्द्र सिंह और उनके बेटे अंकुर उर्फ शाश्वत सिंह ने अलग अलग प्रचार शुरू कर दिया है यद्यपि सिंह हमेशा ही   क्षेत्र के मतदाताओं के संपर्क में रहे और यही कारण  है,उन्हें उनका भरपूर  समर्थन मिल रहा है!पिछले वर्ष नगरीय निकाय के  चुनाव में  सत्तारुण बीजेपी को शिकस्त देकर, कांग्रेस की ‘जीत’ यादवेंद्र सिंह के जनता के बीच सक्रिय रहने का परिणाम है!
                               खरगापुर विधानसभा क्षेत्र में श्रीमती चंदा सिंह गौर ने भी नाम तय होते ही  अपना चुनाव प्रचार शुरू कर दिया है वे भी लगातार क्षेत्र में सक्रिय रहीं जिससे आम जन मानस का समर्थन उनके साथ है!