व्यक्तित्व विकास के विभिन्न आयाम , विषय पर राष्ट्रीय वेबिनार का आयोजन

महावीर अग्रवाल 

मंदसौर २६ अगस्त ;अभी तक;  राजीव गांधी षासकीय स्नातकोत्तर महाविद्यालय, मन्दसौर में उच्च शिक्षा विभाग मप्र शासन, भोपाल के निर्देशानुसार इतिहास विभाग एवं आई.क्यु.ए.सी. के अन्तर्गत ‘‘व्यक्तित्व विकास के विभिन्न आयाम‘‘ विषय पर एक दिवसीय राष्ट्रीय वेबिनार का आयोजन किया गया । जिसमें वक्ता प्रो.के. रत्नम, (पूर्व मेम्बर सेक्रेटरी आईसीएचआर एवं अतिरिक्त संचालक ग्वालियर संभाग), प्रो. देवदत्त षर्मा (पूर्व कुलपति सरदार पटेल विष्वविद्यालय, मण्डी हिमाचल प्रदेश) एवं प्रो. सिन्धु कपूर (प्राचार्य, उच्च शिक्षा जम्मू कश्मीर) ने व्याख्यान दिया।

कार्यक्रम के प्रारंभ में महाविद्यालय के प्राचार्य डॉ. एलएन शर्मा ने अतिथियों का स्वागत किया और आशा व्यक्त की कि महाविद्यालय परिवार इस वेबिनार से लाभान्वित होगा और नई उंचाईयों को प्राप्त करेगा। वेबिनार के संयोजक डॉ. उषा अग्रवाल ने विषय प्रवर्तन करते हुए कहा कि जीवन के हर पडाव पर सीखने की जरूरत होती हैं इसलिए व्यक्तित्व विकास के विभिन्न आयाम विशय पर यह वेबिनार आयोजित किया गया है।

प्रो. के. रत्नम ने बताया कि भारतीय परंपराओं में व्यक्तित्व विकास के विभिन्न आयामों का समावेष सदा से रहा है। हमारे वेद, स्मृतियों, दर्शन आदि मे मानव के व्यक्तित्व विकास के अनेक पहलुओं की चर्चा मिलती है।

प्रो. देवदत्त शर्मा ने कहा कि व्यक्तित्व विकास एक निरंतर चलने वाली प्रक्रिया है इसमें एटिट्यूड, कम्युनिकेशन, एटिकेट्स सुनने की कला इनकी अत्यंत महत्वपूर्ण भुमिका है। आपने पीपीटी के माध्यम से विस्तृत चर्चा करते हुए बताया कि समाज के साथ बहुत सी चीजें बदलती है और इन बदलाव के साथ मनुश्य को अपने आप को भी बदलाव करना चाहिए।

प्रो. सिन्धु कपूर ने महिलाओं के व्यक्तित्व की विशेषताओं का ऐतिहासिक स्वरूप रोचक तरीके से प्रस्तुत किया। आपने रजिया सुल्ताना, दुर्गावती और कश्मीर की शासिकाओं का उदाहरण देकर इनके व्यक्तित्व के विशेष पहलुओं पर प्रकाश डाला ।

इस ऑनलाईन वेबिनार में डॉ. एच.एल. अनिजवाल (अतिरिक्त संचालक, उच्च शिक्षा,उज्जैन), श्री नरेश जी चंदवानी (अध्यक्ष स्थानीय प्रबंध समिति) सहित महाविद्यालय के प्राध्यापक एवं अन्य महाविद्यालय के प्राध्यापकगण ऑनलाईन उपस्थित रहें।

कार्यक्रम का संचालन डॉ. सीमा जैन तथा आभार डॉ. श्वेता चौहान ने व्यक्त किया।