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मतदान दलों के पीठासीन अधिकारी तथा अन्‍य सहायक अधिकारी का प्रशिक्षण सम्‍पन्‍न 

महावीर अग्रवाल
मंदसौर 6 अप्रैल ;अभी तक;  लोकसभा निर्वाचन 2024 को कुशल व शांतिपूर्ण रूप से सम्‍पन्‍न कराने के लिए मतदानदलों के पीठासीन अधिकारी तथा मतदानदल अधिकारी का प्रशिक्षण जिले के शासकीय महाविद्यालय एवं कुशाभाऊ ठाकरे ऑडिटोरियम में आयोजित किया गया । यह प्रशिक्षण दो पालियो में आयोजित किया जा रहा हैं। प्रथम पाली में प्रशिक्षणार्थियों को मतदान की प्रक्रिया, मतदान दल के कर्तव्‍य व दायित्‍वों एवं कार्यो के बारे में विस्‍तार से अवगत कराया गया । द्वितीय पाली में मतदान दल कर्मियों को ईव्हीएम व वीवीपैट का हेण्ड-आन सैद्धान्तिक प्रशिक्षण दिया गया। उक्‍त प्रशिक्षण में अलग-अलग विकासखण्‍ड के अधिकारी एवं कर्मचारी मोजूद थें। प्रशिक्षण का संचालन मास्‍टर ट्रेनर डॉ जै.के. जैन  एवं अन्‍य मास्‍टर ट्रेनर द्वारा प्रशिक्षण दिया जा रहा हैं।
प्रशिक्षण में मास्टर ट्रेनर्स द्वारा बताया गया कि प्रशिक्षण बहुत गंभीरता पूर्वक प्राप्त करें। प्रशिक्षण के दौरान किसी भी प्रकार की शंका होने पर तुरंत पूछे। प्रशिक्षण के पश्चात मन में किसी प्रकार की जिज्ञासा नहीं रहनी चाहिए। अगर किसी प्रकार की जिज्ञासा हो तो तुरंत प्रश्न पूछ कर उसका समाधान करवाएं। मतदानदल कर्मी के क्या कार्य व कर्तव्य की जानकारी दी गई। मतदान दल कर्मियों को लोक सभा निर्वाचन की सम्‍पूर्ण प्रक्रिया की विस्तारपूर्वक जानकारी दी गई, ताकि लोकसभा निर्वाचन की सम्‍पूर्ण प्रक्रिया को कुशलतापूर्वक, स्‍वतंत्र एवं निष्‍पक्ष रूप से सम्‍पन्‍न हो सकें।
मास्टर ट्रेनर्स ने प्रशिक्षण में बताया कि मतदान केन्द्र पर पीठासीन अधिकारी की जिम्मेदारी सबसे अहम हैं। वह मतदान केन्द्र का प्रभारी होगा। विषम परिस्थिति में कार्यवाही पर उसको निर्णय लेना होगा। पीठासीन अधिकारी केन्द्र प्रभारी होने के अलावा निर्वाचन संचालन दल का मुखिया भी होगा। वह मतदान सामग्री प्राप्त करने से लेकर सामग्री जमा करने के लिए उत्तरदायी होगा। सम्पूर्ण मतदान प्रक्रिया के त्रुटिरहित संचालन स्वतंत्र-निष्पक्ष मतदान के लिए पीठासीन अधिकारी की जिम्मेदारी रहेगी।
प्रशिक्षण में पीठासीन अधिकारी तथा मतदान अधिकारी को मतदान केन्द्र पर मतदान के लिए प्रयुक्त की जाने वाली बेलेट यूनिट, कंट्रोल यूनिट, वीवीपैट, पीठासीन अधिकारी की डायरी आदि के उपयोग की जानकारी दी गई। साथ ही अन्य विशेष सामग्रियां मॉकपोल सील, काला लिफाफा, अन्‍य प्रपत्र की भी जानकारी प्रदान की गई।
प्रशिक्षण में मतदानदल कर्मियों को मतदान केन्द्र निरीक्षण, 100 मीटर के घेरे का निरीक्षण कर प्रचार-प्रसार संबंधित सामग्री हटाने, मतदान केन्द्र से 200 मीटर की दूरी को चिन्हित करना, सामग्री निरीक्षण करना एवं विभिन्न प्रपत्रों को संबंधित लिफाफों में आवश्यक जानकारी प्रविष्ट करने के बारे में प्रशिक्षित किया गया। मतदानदलों को मॉकपोल की प्रक्रिया के बारे में समझाया गया।
मास्टर ट्रेनर्स ने बताया कि मतदान चालू होने पर मतदान केन्द्र पर दल द्वारा क्या कार्यवाही की जाएगी, मतदाता की पहचान का सत्यापन आयोग द्वारा निर्धारित पहचान पत्रों से किस प्रकार किया जाएगा। प्रशिक्षण में मतदान दल को मतदाता की तर्जनी में अमिट स्याही लगाने का तरीका बताया गया। प्रशिक्षण में मतदान प्रक्रिया के दौरान विशेष परिस्थितियों की सभी महत्वपूर्ण आवश्‍यक बिन्दुओं पर विस्तृत प्रशिक्षण मास्टर ट्रेनर्स ने दिया।

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