प्रदेश

फर्जी कार्रवाई करना बन्द करे विद्युत वितरण कंपनी, अन्यथा होगा आन्दोलन, किसान नेता जोकचन्द्र ने दी चेतावनी

महावीर अग्रवाल

पिपलिया स्टेशन २६ नवंबर ;अभी तक;  विधानसभा चुनाव होते ही प्रदेश की किसान विरोधी सरकार के इशारे पर विद्युत वितरण कंपनी ने किसानों को परेशान करना शुरु कर दिया है। उनकी विद्युत मोटर जब्ती में ली जा रही है व फर्जी केस बनाए जा रहे है। अपनी हार के डर से मंत्री के इशारे पर मल्हारगढ़ विधानसभा में किसानों को परेशान किया जा रहा है। बिजली कंपनी अनावश्यक रुप से किसानों को नही सताए, अन्यथा किसान हित में आन्दोलन कर विद्युत वितरण कपंनी का घेराव किया जाएगा।

किसान नेता श्यामलाल जोकचन्द्र ने आरोप लगाया कि वर्तमान में किसान सिंचाई कर रहे है, जिन्हें पर्याप्त बिजली नही मिल पा रही है। किसान जैसे-तैसे अपनी फसल को बचाने में लगा है, लेकिन बिजली कंपनी ने विधानसभा चुनाव होते ही किसानों को परेशान करना शुरु कर दिया है, बिजली कंपनी के अधिकारी व कर्मचारी किसानों के खेत पहंुचकर कुए में लगी विद्युत मोटर जब्त कर रहे है व फर्जी केस बना रहे है। जोकचंद ने बताया कि घर के बिल बकाया होने पर घरों में लगी विद्युत मोटर भी जप्त की जा रही है। दुपहिया व चार पहिया वाहन जप्त किये जा रहे है। बिजली कंपनी उपभोक्ताओं को कोई सुविधा नही दे रही है। बिजली के बिल तो किसानों से मनमाने लिए जा रहे है, लेकिन ट्रांसफार्मर जलने पर काफी दिनों तक उन्हें बदला नही जाता है। ट्रांसफार्मर पर क्षमता से अधिक कनेक्शन देने के कारण वॉल्टेज सही नही मिलते है और किसानों की मोटरें जल जाती है। पोल गिरने व तार टूटने पर भी उन्हें ठीक नही किया जाता है। कई बार लोगो की मौत हो जाती है। कई उपभोक्ताओं के घरों पर छत के नजदीक होकर हाईटेंशन लाइन जा रही है, आये दिन लोग हादसों का शिकार हो जाते है। अव्यवस्थाओं व परेशानियों को लेकर बिजली कंपनी के अधिकारियों का कोई ध्यान नही है। दिवालिया हो चुकी बिजली कंपनी के पास स्थाई कर्मचारी नही साथ ही पर्याप्त संसाधन भी नही है। बिजली के पास तार तक नही है। कई गांव में किसान ट्रांसफार्मर के लिए इंतजार कर रहे है, कई वर्षों से बिजली कम्पनी ट्रांसफार्मर नही खरीद रही है। पुराने ट्रांसफार्मर को ही दुरस्त कर पुनः लगा दिए जाते है, जो कुछ दिनों बाद फिर जल जाते है।

जोकचन्द्र ने चेतावनी दी कि विद्युत वितरण कंपनी किसानों को अनावश्यक रुप से परेशान नही करे, अन्यथा आन्दोलन किया जायेगा

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